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तीन दशक में बदला पकड़ौआ विवाह का ट्रेंड:पहले दहेज, फिर सरकारी नौकरी और अब लव अफेयर बना कारण, 11 दिन में 3 जबरिया शादी

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7 दिसंबरः पटना के गौरीचक थाना क्षेत्र के महद्दीपुर गांव के युवक का बख्तियारपुर में पकड़ौआ विवाह। 10 दिसंबरः बिहारशरीफ कोर्ट के मुंशी की शादी जगतनंदनपुर गांव में करवा दी गई। 14 दिसंबरः बेगूसराय में BPSC TRE-2 में प्लस-टू शिक्षक बने अवनीश की जबरदस्ती पकड़कर शादी करवा दी गई। पकड़ौआ विवाह के ये 3 मामले सिर्फ 11 दिन के अंदर आए हैं। दरभंगा के एक निजी स्वयंसेवी संगठन के सर्वे के मुताबिक, 2024 में तीन दशक बाद बिहार में सबसे अधिक पकड़ौआ विवाह देखने को मिला है। समय के साथ-साथ अब पकड़ौआ विवाह का ट्रेंड भी बदल रहा है। 80 की दशक में दहेज, 90 में सरकारी नौकरी और अब लव अफेयर इसके कारण बन रहे हैं। पकड़ौआ विवाह के बदलते ट्रेंड को इन तीनों केस के जरिए जानिए… केस 1: पटना में चचरे भाई की शादी में गए युवक का पकड़ौआ विवाह 7 दिसंबर को पटना के गौरीचक थाना क्षेत्र के महद्दीपुर गांव के युवक शुभम के बख्तियारपुर में पकड़ौआ विवाह का मामला सामने आया। शुभम शादी समारोह में भाग लेने बख्तियारपुर गया था। इसी दौरान उसका अपहरण कर जबरदस्ती शादी करवा दी गई। इस जबरन शादी का वीडियो भी सामने आया था। यह देखते ही शुभम के पिता की तबीयत बिगड़ गई थी। शादी के बाद लड़की को शुभम (18) के गौरीचक वाले घर भेज दिया गया, लेकिन उसके परिवार वालों ने स्वीकार नहीं किया। उन्होंने लड़की को उसके घर वापस भेज दिया। शुभम के परिवार वाले इस शादी को मानने से साफ इनकार कर रहे हैं। उन्होंने गौरीचक थाने में अगवाकर जबरन शादी कराने का मामला दर्ज करवाया है। शुभम के जीजा प्रेम कुमार ने बताया- शुभम अपने चचेरे भाई की शादी में भाग लेने 5 दिसंबर को बख्तियारपुर के चंपानगर गया था। इसी दौरान पड़ोसी सुनील यादव ने उसका अपहरण कर बख्तियारपुर के चिरैया दियारा इलाके में जबरन शादी करवा दी। जैसे ही हमारे पास पकड़ौआ विवाह का वीडियो आया, हम शुभम की खोजबीन करते हुए बख्तियारपुर थाना पहुंचे। वहां से एक गांव में गए, जहां शुभम को एक कमरे में बंद करके रखा गया था। उससे मुलाकात नहीं करने दिया गया। जब हमने पूरी घटना का विरोध किया तो लड़की पक्ष के लोगों ने हमारे साथ मारपीट की। 12 लाख का कर्ज नहीं किया माफ तो करावा दिया पकड़ौआ विवाह वहीं, शुभम के पिता उमेश यादव का आरोप है- सुनील यादव ने 2 साल पहले व्यापार करने के नाम पर उनसे 12 लाख रुपए कर्ज लिया था, जिसे उन्होंने 5 लाख और 7 लाख की दो किस्त में दिए थे। जब उन्होंने पैसे वापस मांगे तो वो देने से मना करने लगा और कर्ज माफ करने को कहा। बार-बार पैसा मांगने पर भी सुनील लौटाने से मना कर रहा था। इसके बाद सुनील ने मेरे बेटे शुभम को किडनैप कर उसकी शादी अपनी साली से करवा दी। इस संबंध में गौरीचक के प्रभारी थाना अध्यक्ष विवेक कुमार ने बताया- परिजनों ने अपहरण का मामला दर्ज कराया था। हम लगातार युवक की तलाश में छापेमारी कर रहे थे। अब शुभम वापस घर आ गया है। उसका बयान दर्ज कर लिया गया है। इसी के अनुसार अब कार्रवाई होगी। केस 2: नालंदा में कोर्ट के मुंशी का पकड़ौआ विवाह 10 दिसंबर को नालंदा के बिहारशरीफ कोर्ट के मुंशी हवनपुरा गांव के लवकुश कुमार (22) की शादी जगतनंदनपुर गांव के कंचन (18) से जबरन करवा दी गई। इस घटना का आठ सेकेंड का एक वीडियो भी सामने आया, जिसमें कुछ लोग जबरदस्ती लवकुश का मुंह पकड़े और जबरदस्ती शादी करवाते दिख रहे हैं। लड़के के पिता ने लड़की के परिवारवालों के खिलाफ FIR दर्ज कराई। हालांकि, लड़की के परिजनों ने इसे पहले से लव अफेयर बताया है। अपनी बहन के लिए लड़का देखने जाने वाले थे लवकुश इस बात की सच्चाई जानने दैनिक भास्कर दोनों पक्षों के पास गए। लवकुश के घर पर उस वक्त सिर्फ दो बहनें ही थी। उन्होंने बताया कि लवकुश घायल होने के कारण अभी तक अस्पताल से वापस नहीं आया है। लवकुश की चार बहने हैं, जिसमें से दो बहनों की शादी हो चुकी है। सबसे छोटी बहन मुस्कान कुमारी ने कहा- मेरा भाई लवकुश ही घर की सारी जिम्मेदारी संभालता है। मेरे से बड़ी बहन के लिए लवकुश लड़का देखने जाने वाला था, लेकिन उससे पहले ही उसका पकड़ौआ विवाह हो गया। वह रोज शाम 6:30 बजे तक घर आ जाता था, लेकिन उस दिन काफी देरी हो रही थी। घर से जब हमलोग फोन लगा रहे थे तो उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ आ रहा था। ऐसे में हम सभी घबरा गए और समझ नहीं आ रहा था कि उसे कहां ढूंढे। पिस्तौल दिखाकर किया गया किडनैप वहीं, लवकुश के बचपन के दोस्त अलबेला कुमार ने बताया- लवकुश काफी शांत और शर्मिला स्वभाव का था। किसी लड़की को वह आंख उठाकर भी नहीं देखता था और न ही किसी से बात करता था। उसके प्रेम प्रसंग की बात बिल्कुल गलत है। उसकी दो बहन अभी भी कुंवारी है, जिसके लिए वह लड़का देखने जाने वाला था। घटना के दिन की बात बताते हुए अलबेला ने कहा- लवकुश का शाम करीब 6:30 बजे अपहरण हुआ। कुछ लोग ने पिस्तौल दिखाकर उसे किडनैप किया। रात 10 बजे उसकी शादी हुई, जिसका वीडियो वायरल कर दिया गया। फिर सभी को पकड़ौआ विवाह की जानकारी मिली। सुबह जब प्रशासन वहां पहुंचा, तो वहां पर लवकुश और लड़की के अलावा कोई नहीं था। लवकुश को काफी मारा गया था, जिस कारण वह बेहोश था। पुलिस उसे अस्पताल लेकर गई, जहां अभी भी उसका इलाज चल रहा है। ऑटो से खिंचा और बाहर निकालकर मारा दैनिक भास्कर लवकुश से मिलने बिहारशरीफ सदर अस्पताल पहुंचा। इमरजेंसी वार्ड में वह अपने बेड से उठ भी नहीं पा रहा था। उसने भास्कर को बताया- मैं ड्यूटी करके कोर्ट से वापस घर जाने के लिए ऑटो में था। रास्ते में सोहर सराय हॉल्ट पर ट्रेन आ रही थी, इसलिए फाटक गिरा था। ट्रैफिक जाम हुआ तो ऑटो रुक गया। वहीं, तीन अपराधी घात लगाए बैठे थे। उनलोगों ने मुझे ऑटो से खींचा और मेरे साथ मारपीट की। मेरा मोबाइल भी छीनकर स्विच ऑफ कर दिया। वे लोग मुझसे रंगदारी मांग रहे थे। फिर मुझे टिकट काउंटर के पास ले गए और फोन करके बाकी साथियों को भी बुलाया। इसके बाद मुझे घसीटते हुए अपने गांव लेकर गए। उन्होंने मुझे मारकर पूरी तरह बेहोश कर दिया था। इसके बाद मेरे साथ क्या हुआ, मुझे कुछ याद नहीं है। जब मुझे होश आया तो मैं थाना वालों के साथ अस्पताल में था। मेरे पूरे शरीर पर जख्म के निशान है। मैं करवट भी नहीं ले पा रहा हूं। प्रेम प्रसंग की बात को उन्होंने खारिज करते हुए कहा- मैं उस लड़की को नहीं जानता हूं और ना ही मैं उससे कभी मिला हूं। लड़की के परिवार वाले मेरे घर रिश्ता लेकर नहीं आए थे और ना ही कोई दहेज की बात की गई थी। हमारे बीच प्रेम प्रसंग की बात पूरी तरह झूठी है। मैं इस शादी को नहीं मानता हूं। 2 साल से एक दूसरे को चाहते थे लवकुश और कंचन दूसरी ओर जगतनंदनपुर की कंचन आज भी अपने पति का इंतजार कर रही है। कंचन ने बताया- उसका और लवकुश का प्रेम प्रसंग करीब 2 साल से चल रहा था। दोनों की मुलाकात रहुई बाजार में हुई थी। इसके बाद दोनों के बीच प्रेम परवान चढ़ा और मिलने का सिलसिला चलता रहा। कंचन छिपकर अपनी भाभी के मोबाइल से लवकुश से बात करती थी। इस दौरान लवकुश ने उसे फोन गिफ्ट करने की बात भी कही, लेकिन कंचन ने मना कर दिया। लवकुश ने कंचन से शादी की बात भी कही थी। कंचन का कहना है कि परिवार वालों के डर से लवकुश उसे नहीं अपना रहा है। वह बस अपने पति के साथ रहना चाहती है। लवकुश के पिता ने की 10 लाख रुपए दहेज की डिमांड वहीं, कंचन के भाई सतीश कुमार ने बताया- दोनों के बीच काफी दिनों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसके बाद हम सभी परिवारवाले मिलकर लड़के के घर अपनी बहन का रिश्ता लेकर गए, लेकिन उन्होंने 10 लाख रुपए दहेज की डिमांड कर दी। सोहर सराय हॉल्ट के पास लव कुश मेरी बहन से मिलने आया था। इस दौरान गांव के कुछ लोगों ने उन दोनों को देख लिया और घर पर आकर इसकी शिकायत की। बिना शादी के मेरी बहन किसी पराए लड़के से मिल रही थी। इसलिए लोक लाज के डर से हमने दोनों की शादी करवा दी, लेकिन अब लड़के के परिवार वाले नहीं मान रहे हैं। उनकी डिमांड है कि हम उन्हें 10 लाख रुपए दहेज दे, तभी वे मेरी बहन को अपने घर लेकर जाएंगे। प्रेम प्रसंग का नहीं मिला अब तक कोई सबूत रहुई थाना के थाना अध्यक्ष कुणाल कुमार ने बताया- अभी तक जो मामले सामने आए हैं, वह पकड़ौआ विवाह का लग रहा है। लड़के के परिजनों की शिकायत पर BNS (भारतीय न्याय संहिता) की धारा 140- 3 के तहत किडनैपिंग का मामला दर्ज किया गया है। लड़के को काफी चोट आई है और वह इलाजरत है। इस कारण अभी तक उसका बयान दर्ज नहीं किया गया है। लड़की वालों की तरफ से प्रेम प्रसंग की बात कही जा रही है, लेकिन अभी तक इसका कोई सबूत नहीं दे पाए हैं। केस 3: बेगूसराय में BPSC टीचर का पकड़ौआ विवाह 14 दिसंबर को बेगूसराय में BPSC TRE-2 में प्लस-टू शिक्षक बने अवनीश की जबरदस्ती पकड़कर शादी करवा दी गई। मंदिर में हुई शादी का वीडियो भी सामने आया है। इसमें लड़की के घरवाले BPSC शिक्षक को पकड़े हुए हैं और जबरन उससे लड़की की मांग में सिंदूर लगवा रहे हैं। 4 साल से था लव अफेयर, टीचर बनते ही शादी से किया इनकार लखीसराय की गुंजन का कहना है- उसके और अवनीश कुमार के बीच 4 साल से लव अफेयर था। अवनीश पहले उससे शादी करना चाहता था, लेकिन टीचर बनते ही उसने गुंजन से शादी करने से इनकार कर दिया। गुंजन ने बताया कि मैं अपनी बहन के यहां बेगूसराय के रजौड़ा में रहकर जीएनएम की पढ़ाई कर रही थी। 4 साल पहले बहन के गांव के ही अवनीश से मुझे प्रेम हो गया। हम दोनों में धीरे-धीरे बातचीत का सिलसिला आगे बढ़ा। अवनीश के साथ होटल भी जाती थी। अवनीश शिक्षक बनने की तैयारी कर रहा था। BPSC TRE-2 में प्लस-टू शिक्षक बनने के बाद उसकी पोस्टिंग कटिहार में हो गई। इसके बाद वो मुझे कटिहार भी बुलाने लगा। भाइयों ने टीचर को पकड़कर जबरन बहन की मांग भरवाई गुंजन ने आगे बताया- करीब 10 दिन पहले अवनीश गांव आया और मुझे साथ लेकर कटिहार चला गया। तीन दिन पहले कटिहार में मेरे कुछ परिचित लोगों ने हम दोनों को एक साथ देख लिया और इसकी जानकारी मेरे भाई को दे दी। सूचना पाकर वे लोग कटिहार पहुंचे और जबरदस्ती हम दोनों की मंदिर में शादी करवा दी। फिर परिजन हम दोनों को लेकर राजौड़ा आए। ससुराल पहुंची बहू से मारपीट उसने आगे बताया कि गांव पहुंचते ही लड़का बहाने से कूदकर भाग गया। अवनीश के भागने के बाद परिजन गुंजन को लेकर उसके ससुराल पहुंचे, जहां ससुरालवाले ने उसे रखने से इनकार कर दिया है। इसके साथ ही गुंजन के साथ मारपीट भी की। इस घटना के बाद गुंजन ने थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। गुंजन बार-बार कॉल करके टॉर्चर करती थी दूसरी ओर अवनीश ने कहा- मैं इस शादी को नहीं मानता हूं। मेरा गुंजन से कभी कोई अफेयर नहीं था। मैं उसके घर ट्यूशन पढ़ाने जाता था, तो बस जान पहचान थी। फरवरी 2024 में मैंने BPSC TRE-2 पास कर कटिहार जिले के बरारी प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय लक्ष्मीपुर में जॉइन किया। वहीं, किराए का मकान लेकर रहता था। गुंजन बार-बार मुझे कॉल करके टॉर्चर करती थी। मैं उसका नंबर ब्लॉक कर देता था तो दूसरे नंबर से बात करती थी। इस संबंध में मुफस्सिल थानाध्यक्ष ने बताया- लड़की ने आवेदन दे दिया है। आवेदन के बाद हमलोग जांच कर रहे हैं। लड़की पक्ष और लड़के पक्ष की पूरी बात सुनी जाएगी, जिस हिसाब से यह मामला निकलकर सामने आता है फिर उस पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। तीन दशकों में बदला है पकड़ौआ विवाह का ट्रेंड एडवोकेट सीमा ने पकड़ौआ विवाह के बदलते ट्रेंड को लेकर बताया- पकड़ौआ विवाह की शुरुआत दहेज की ज्यादा डिमांड से बचने के लिए हुई थी। गरीब घर की लड़की वाले ज्यादा दहेज देने में असमर्थ थे, वो पकड़ौआ विवाह करवा देते थे। फिर सरकारी नौकरी का चलन आया। अगर लड़का सरकारी नौकरी में है और वेल-सेटल्ड है, तो पकड़ के शादी कर देते थे। अब फिर से पकड़ौआ विवाह की शुरुआत हुई है, उसमें अंतर है। इस वक्त लड़के और लड़कियों का लव अफेयर बड़ा कारण है। ऐसी परिस्थिति में कई लड़के वादा करने के बाद भी शादी से इनकार कर देते हैं, तब उसे उठाकर पकड़ौआ विवाह कराया जाता है। पकड़ौआ विवाह को लेकर सजा का प्रावधान नहीं पकड़ौआ विवाह को लेकर कानून में भी प्रोविजन है। अगर कोई पकड़ौआ विवाह करता है तो फैमिली कोर्ट में नलिटी ऑफ मैरिज का केस फाइल होता है। फिर विरोधी पार्टी को नोटिस भेजा जाता है। निर्धारित तारीख पर दोनों पक्ष का कोर्ट में ट्रायल होता है। इसमें दोनों पक्षों की गवाही और बहस होती है। अगर सच में जबरदस्ती की शादी पाई जाती है, तो फिर कोर्ट अपना जजमेंट सुनाते हुए शादी को शून्य करार देती है। पटना हाईकोर्ट ने रद्द की शादी, सुप्रीम कोर्ट ने लगाई अंतरिम रोक नवंबर 2023 में पटना हाईकोर्ट ने 10 साल पुरानी एक शादी को रद्द कर दिया। इस मामले में लड़के ने आरोप लगाया था कि उसे अगवा कर जबरन शादी कराई गई थी। मामला नवादा जिले के रेवरा गांव के चंद्रमौलेश्वर सिंह के बेटे रविकांत और लखीसराय जिले के चौकी गांव के बिपिन सिंह की बेटी बंदना कुमारी की शादी का था। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के इस फैसले पर जनवरी में अंतरिम रोक लगा दी। हाईकोर्ट ने कहा था- विवाह का पारंपरिक हिंदू रूप ‘सप्तपर्व’ और ‘दत होम’ के अभाव में वैध नहीं होता है। यदि सप्तपदी’ पूरी नहीं हुई है, तो विवाह पूर्ण और बाध्यकारी नहीं माना जाएगा। पकड़ौआ विवाह की शुरुआत पकड़वा या पकड़ौआ विवाह यानी वो विवाह जिसमें शादी योग्य लड़के का अपहरण करके उसकी जबरन शादी करवाई जाती है। इस विषय पर कई फिल्में बन चुकी है। बताया जाता है कि 1980 से 1990 के दशक तक में किसी युवक की अगर अच्छी नौकरी लगती थी तो घर वाले सबसे पहले उसका घर से निकलना बंद कर देते थे। ज्वाइनिंग लैटर तक गुप्त रखा जाता था। नौकरीपेशा लड़का अगर घर से निकलता तो कोई बड़ा उसके साथ होता। घर के लोगों को डर लगा रहता था कि उनके बेटे की कही पकड़ौआ शादी ना हो जाए। इस तरह की शादी की शुरुआत बेगूसराय से हुई। ———————————————— ये भी पढ़ें बिहार में 24 घंटे की दुल्हन के गांव की कहानी:पिता का भी पकड़ौआ विवाह, गांव में ऐसी 50 शादियां; BPSC टीचर्स की निगरानी बढ़ी बिहार में शादी के लिए अपहरण कोई नई बात नहीं। यह यहां का पुराना ट्रेंड रहा है। लड़का पसंद आए तो अपहरण फिर जबरन शादी। वैशाली में BPSC से चयनित टीचर गौतम कुमार को नौकरी जॉइन करने के 12वें दिन ही स्कूल से उठा लिया गया। चांदनी से शादी करा दी गई। पूरी खबर पढ़ें

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