भागलपुर में नाथनगर प्रखंड के मिडिल स्कूल में गांव के लोगों ने जिला शिक्षा विभाग के DPM और सस्पेंड BRP को गांव के लोगों ने बंधक बना लिया था। आरोप लगाया गया कि दोनों अधिकारी अवैध तरीके से स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे थे। दोनों ने शराब पी थी और हेड मास्टर से 10 हजार रुपए भी मांग रहे थे। निलंबित BRP के साथ स्कूल का निरीक्षण करने और अवैध वसूली का आरोप लगाते हुए दोनों अधिकारियों को स्कूल परिसर में ही बैठा लिया गया। मामला नयाचक मिडिल स्कूल का है। जिला शिक्षा विभाग के DPM अमित कुमार वर्मा बुधवार को स्कूल में इन्पेक्शन के लिए पहुंचे थे। रोस्टर के हिसाब से इंस्पेक्शन लिस्ट में अमित कुमार वर्मा का नाम नहीं था। इस दौरान उनके साथ कहलगांव ब्लॉक के सस्पेंड बीआरपी गौरव कुमार भी मौजूद थे। स्कूल के असिस्टेंट टीचर संजीव कांत ठाकुर ने बताया कि दोनों अधिकारी दोपहर 12:30 के करीब निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान DPM के मुंह से शराब पीने की भी गंध आ रही थी। उन्होंने आते ही कहा कि सर आए हुए हैं उन्हें 10 हजार रुपए दे दीजिए। हम लोगों ने कहा कि जब सभी टीचर स्कूल में उपस्थित हैं, तो किसी को पैसा क्यों दें? हेडमास्टर ने कहा- अनाधिकृत व्यक्ति के साथ आए थे DPM असिस्टेंट टीचर ने कहा कि अमित कुमार वर्मा ने स्कूल के छत के खुले बालकनी में लगातार सिगरेट पी रहे थे। उनकी इस हरकत को देख गांव के लोगों ने दोनों को बंधक बना लिया। घटना को लेकर नयाचक मिडिल स्कूल के हेडमास्टर आनंद प्रकाश ने बताया कि DPM के साथ आए अनाधिकृत व्यक्ति गौरव कुमार ने कहा कि DPM साहब निरीक्षण में आए हैं, उन्हें पैसा दे दीजिए और रजिस्टर लेकर नीचे चले गए। उन्होंने बताया कि इसकी लिखित सूचना ब्लॉक प्रोजेक्ट मैनेजर के जरिए से ब्लॉक एजुकेशन अफसर को दी गई है। जिला शिक्षा पदाधिकारी को भी पूरे घटना की जानकारी दी जाएगी। इस घटना के बाद स्कूल परिसर में काफी संख्या में ग्रामीणों का जमावड़ा लगा रहा। स्कूल परिसर में करीब एक घंटे तक ड्रामा चला। ग्रामीण और स्कूल की ओर से इसकी सूचना थाने को भी दी गई। मौके पर कजरेली थाना की पुलिस पहुंच कर मामले को शांत कराया और दोनों अधिकारियों को वहां से हटाया।