केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक यूट्यूब पॉडकास्ट में कहा कि समाज में सेक्स रेश्यो का संतुलन जरूरी है। अगर 1500 महिलाओं और 1000 पुरुष होंगे, तो पुरुषों को 2 पत्नियां रखने की इजाजत देनी पड़ सकती है। बुधवार को टेलीकास्ट इस शो में गडकरी ने कहा- लिवइन रिलेशनशिप का कॉनसेप्ट गलत है और यह समाज के नियमों के खिलाफ है। समलैंगिक विवाह भी सामाजिक ढांचे को ध्वस्त कर देगा। गडकरी ने कहा कि बच्चे पैदा करना और उनका सही तरीके से पालन-पोषण करना माता-पिता का कर्तव्य है। अगर आप कहते हैं कि आपने मजे के लिए बच्चे पैदा किए हैं और जिम्मेदारी नहीं उठाना चाहते तो यह सही नहीं है। गडकरी बोले- यूरोपीय देशों में लोग शादी में रुचि नहीं रखते गडकरी ने कहा- एक बार मैंने लंदन में ब्रिटिश संसद का दौरा किया था। इस दौरान मैंने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री से उनके देश के सामने खड़े सबसे बड़े मुद्दों के बारे में पूछा था। तब मुझे पता चला कि यूरोपीय देशों में सबसे बड़ी समस्या यह है कि पुरुष-महिलाएं शादी में रुचि नहीं रखते और लिवइन रिलेशनशिप को प्राथमिकता देते हैं। गडकरी के पिछले 5 बयान, जो चर्चा में रहे 1. राजनीति अतृत्प आत्माओं का महासागर गडकरी ने 3 दिसंबर को कहा- राजनीति अतृप्त आत्माओं का एक सागर है, जहां हर व्यक्ति उदास है और अपनी मौजूदा पोजिशन से ऊंची पोस्ट की उम्मीद लगाए बैठा है। जिंदगी समझौतों, मजबूरियों, सीमाओं और विरोधाभासों का खेल है। इंसान चाहे परिवार के बीच हो, समाज में हो, राजनीति में या कॉर्पोरेट जीवन में, जिंदगी चुनौतियों और परेशानियों से भरी रहती है। 2. भाजपा के पास अच्छी पैदावार देने वाली फसलें
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बीच 10 नवंबर 2024 को नितिन गडकरी ने कहा कि भाजपा का तेजी से विस्तार हो रहा है। जैसे-जैसे फसल बढ़ती है, उसके साथ बीमारियां भी बढ़ती हैं। भाजपा के पास बहुत सारी फसलें हैं, जो अच्छी पैदावार देती हैं, लेकिन कुछ बीमारियां भी लाती हैं। इसलिए हमें ऐसी बीमार फसलों पर कीटनाशकों का छिड़काव करना होगा। 3. प्यार और राजनीति में सब जायज है
10 नवंबर को ही नितिन गडकरी ने कहा था कि प्यार और राजनीति में सब कुछ जायज है। कभी-कभी यह लोगों के लिए कारगर साबित होता है, तो कभी-कभी प्रतिक्रियाएं भी होती हैं। दरअसल, उनसे सवाल पूछा गया था कि शरद पवार की पार्टी तोड़कर अजित महायुति में आए हैं। इसे लेकर गडकरी ने कहा- शरद पवार ने मुख्यमंत्री रहते हुए सभी पार्टियों को तोड़ दिया। उन्होंने शिवसेना को तोड़ दिया और छगन भुजबल और अन्य नेताओं को बाहर निकाल दिया। लेकिन राजनीति में यह काफी आम बात है। यह सही है या गलत, यह अलग बात है। एक कहावत है- प्यार और राजनीति में सब कुछ जायज है। 4. सरकार विषकन्या जैसी होती है, जिसके साथ जाती है उसे डुबो देती है
नितिन गडकरी ने 1 अक्टूबर 2024 को महाराष्ट्र के विदर्भ में निवेश की कमी पर बात करते हुए कहा, ‘सब सरकार के भरोसे नहीं होना चाहिए। मेरा तो मत है किसी भी पार्टी की सरकार हो, सरकार को दूर रखो… सरकार विषकन्या होती है… जिसके साथ जाती है, उसको डुबाेती है…’ 5. राजा ऐसा हो जो आलोचना झेल सके
नितिन गडकरी ने 20 सितंबर को पुणे में MIT वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी में पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में कहा था कि राजा (शासक) को ऐसा होना चाहिए कि कोई उसके खिलाफ बात करे, तो उसे बर्दाश्त करे। आलोचनाओं का आत्मचिंतन करे। यही लोकतंत्र की सबसे बड़ी परीक्षा होती है। ——————————— गडकरी के बयानों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… गडकरी बोले- जो करेगा जात की बात, कसकर मारूंगा लात: मेरे निर्वाचन क्षेत्र में 40% मुसलमान देश में जातिवाद को लेकर सियासत होती रही है। इस बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी जातिगत राजनीति पर तीखा बयान दिया। गडकरी ने गोवा के एक कार्यक्रम में कहा कि महाराष्ट्र में इस समय जातिवाद की पॉलिटिक्स हो रही है। मैं जात-पात को नहीं मानता। जो करेगा जात की बात, उसको कसकर मारूंगा लात। पढ़ें पूरी खबर… गडकरी बोले-शिवाजी की प्रतिमा स्टील की होती तो नहीं गिरती; PM, CM-डिप्टी CM माफी मांग चुके केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार (3 सितंबर) को कहा कि अगर छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा बनाने में स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल होता तो वह कभी नहीं गिरती। केंद्रीय मंत्री दिल्ली में फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। पढ़ें पूरी खबर…