औरंगाबाद जिले के शिक्षित बेरोजगार युवक-युवतियों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए बिहार सरकार श्रम संसाधन विभाग के तत्वावधान में जिला नियोजनालय की ओर से आज गेट स्कूल के मैदान में एक दिवसीय जिलास्तरीय नियोजन सह-मार्गदर्शन मेला का आयोजन किया गया। मेले का उद्घाटन विधान परिषद सदस्य दिलीप कुमार सिंह, श्रम संसाधन विभाग के उप निदेशक राजीव रंजन कुमार और जिला रोजगार पदाधिकारी दिनेश तिवारी सहित अन्य ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। मेले में 25 नियोजकों ने भाग लिया और डेढ़ हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन दिया। यह मेला युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के साथ-साथ उनके मार्गदर्शन के लिए उपयोगी साबित हुआ। इस अवसर पर विधान पार्षद सदस्य ने सभी कंपनी के स्टॉल का भ्रमण किया। इस दौरान 30 श्रमिकों को साइकिल वितरण भी किया गया। जिन्हें विधान परिषद सदस्य दिलीप कुमार सिंह ने हरि झंडी दिखाकर रवाना किया। नौकरी की तलाश में बाहर नहीं जाना पड़ेगा विधान परिषद सदस्य ने कहा कि जिले के युवाओं में हुनर की कोई कमी नहीं है। जरूरत है उन्हें बेहतर प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने की। विकसित बिहार का सपना युवाओं पर ही आश्रित है। आगे भी इस तरह का रोजगार मेला आयोजित किया जाता रहेगा। मुझे यकीन है कि आने वाले दिनों में केंद्र व राज्य सरकार के सहयोग से यहां के युवक-युवतियों को राज्य से बाहर नौकरी की तलाश में नहीं जाना पड़ेगा। युवक-युवतियों को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराना उद्धेश्य जिला रोजगार पदाधिकारी दिनेश तिवारी ने कहा कि बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह के मार्गदर्शन में रोजगार मेला का आयोजन एक सराहनीय कार्य है। मेला का मुख्य उद्देश्य जिले के बेरोजगार युवक-युवतियों को रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराना है। 24-25 कंपनियों ने अलग-अलग पदों पर उम्मीदवारों के चयन के लिए अपने अपने स्टॉल लगाए थे। मेले में 10वीं कक्षा से लेकर स्नातक, स्नातकोत्तर और तकनीकी शिक्षा प्राप्त 18 वर्ष से 30 वर्ष की आयु तक के युवा शामिल हुए। उन्होंने उद्यमशीलता पर जोर देते हुए कहा कि नौकरी के अलावा स्वरोजगार को भी बढ़ावा देने की जरूरत हैं। उन्होंने आम जनों से आग्रह किया कि रोजगार मेले का भरपूर लाभ उठाएं। इस मेले में अभ्यर्थियों को आरसेटी, आत्मा, श्रम संसाधन, डीआरसीसी सहित अन्य विभाग से संबंधित योजनाओं के बारे में जरूरी जानकारी और मार्गदर्शित किया गया।