संसद में गृह मंत्री अमित शाह के डॉ. भीमराव अंबेडकर को लेकर की गई टिप्पणी का बेगूसराय में भी जमकर विरोध हो रहा है। आज एआईएसएफ, कांग्रेस, भाकपा माले, बहुजन क्रांति मोर्चा और एआईवाईएफ ने डीएम ऑफिस पर विरोध प्रदर्शन करते हुए गृह मंत्री अमित शाह का पुतला जलाया। एक ही समय में अलग-अलग संगठनों के प्रतिरोध मार्च करने से अफरातफरी का माहौल बना रहा। मौके पर नेताओं ने कहा कि देश संविधान से चलता है। जिस तरीके से गृह मंत्री अमित शाह ने संसद भवन में अंबेडकर-अंबेडकर के बदले राम नाम जपने की सलाह दी, इससे लोगों में काफी गुस्सा है। गृह मंत्री ने देश के स्वर्णिम इतिहास और संविधान को कलंकित करने के लिए अनर्गल बयान दिया है। उनके नाम को फैशन बताया है। हमारा संगठन घोर निंदा करता एआईएसएफ द्वारा आयोजित प्रतिरोध मार्च को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय सचिव अमीन हमजा ने कहा कि अमित शाह के इस अनर्गल बयान की हमारा संगठन घोर निंदा करता है। अमित शाह ने अंबेडकर और नेहरू के संबंध में गलत रूप से बयान देकर इतिहास को कलंकित किया है। भाजपा सत्ता का दुरुपयोग कर इस देश के संविधान को मिटाने की लगातार कोशिश कर रही है। भविष्य के मुद्दों को भटकाने के लिए साजिश है जिलाध्यक्ष अमरेश कुमार ने कहा कि यह देश संविधान और लोकतंत्र के हिसाब से चलेगा ना कि भाजपा-आरएसएस के हिसाब से। युवाओं के रोजगार और भविष्य के मुद्दों को भटकाने के लिए जानबूझकर साजिश के तहत इस तरह का अनर्गल बयान देते हैं। LNMU संयोजक किशोर कुमार, जिला उपाध्यक्ष बसंत, जीडी कॉलेज इकाई सहसंयोजक सन्नी कुमार, महिला कॉलेज नेत्री खुशी कुमारी और नगर मंत्री विपिन कुमार आदि उपस्थित थे। लोकतंत्र के मंदिर में बाबा साहेब को अपमानित किया कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अभय कुमार सिंह सार्जन के नेतृत्व में आक्रोश मार्च और पुतला दहन कार्यक्रम आयोजित किया। आक्रोश मार्च शहीद स्मारक से कचहरी चौक, कैंटीन चौक, नवाब चौक, नगर निगम चौक होते हुए हड़ताली चौक पहुंचा। जहां अमित शाह का पुतला दहन किया गया। जिलाध्यक्ष सार्जन ने कहा कि अमित शाह ने लोकतंत्र के मंदिर में बाबा साहेब को अपमानित किया। मौके पर रामविलास सिंह, शशिशेखर राय, रणजीत कुमार मुखिया, सुबोध कुमार, उमेश सिंह, मुकेश कुमार गुड्डू, सुबोध प्रसाद, संजय सिंह, हारून रसीद, रामचंद्र सिंह, रामस्वारथ साह, मिथिलेश झा, सतीश कुमार वीरू, मुकेश कुमार गुड्डू, सुनील कुमार, रूबी शर्मा, शांति देवी, श्रीराम सिंह एवं ब्रजेश कुमार प्रिंस सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।