एमजेपी रूहेलखंड विश्वविद्यालय ने विदेशी छात्रों के स्वागत के लिए एक प्रभावशाली ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया, जो वैश्विक विविधता और शिक्षा के मेल का आदर्श उदाहरण बना। इस आयोजन का उद्देश्य न केवल विदेशी छात्रों को विश्वविद्यालय की प्रक्रियाओं, संसाधनों और संस्कृति से परिचित कराना था, बल्कि उन्हें अपने शैक्षणिक और व्यक्तिगत विकास के लिए प्रेरित करना भी था। नेपाल, नाइजीरिया और ताइवान जैसे देशों से आए छात्रों की गरिमामयी उपस्थिति ने इस कार्यक्रम को और भी खास बना दिया, जो एक सच्चे वैश्विक परिसर का प्रतीक है। शानदार शुरुआत: गणमान्य अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम की शुरुआत गणमान्य अतिथियों के स्वागत और अभिनंदन से हुई। प्रो. एस.एस. बेदी और अन्य वरिष्ठ प्रोफेसरों ने विशेष अतिथियों का स्वागत पुष्पगुच्छ के साथ किया। ओरिएंटेशन के उद्देश्य और संसाधनों पर जानकारी डीआईआर के निदेशक प्रो. एस.एस. बेदी ने विश्वविद्यालय में उपलब्ध सुविधाओं और छात्रों के लिए तैयार किए गए संसाधनों पर एक प्रभावशाली प्रस्तुति दी। विशेष अतिथियों का प्रेरणादायक संबोधन डॉ. अमोल एम. हेंगने और डॉ. राम करन ने छात्रों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रेरणा दी, जबकि डॉ. कू-वेई हुआंग ने वैश्विक दृष्टिकोण अपनाने और अनुभव साझा करने की आवश्यकता पर जोर दिया। कुलपति का प्रेरणादायक संदेश मुख्य अतिथि और विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केपी सिंह ने छात्रों का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने छात्रों को अनुशासन, मेहनत, और सकारात्मकता के साथ अपनी यात्रा को अपनाने की सलाह दी। विदेशी छात्रों का परिचय: विविधता का प्रदर्शन नेपाल और नाइजीरिया के छात्रों का परिचय दिया गया, जिसमें उनकी उपलब्धियों और अनुभवों को साझा किया गया। ताइवान, नेपाल, और नाइजीरिया के छात्रों की सक्रिय भागीदारी ने कार्यक्रम में विविधता का रंग भरा। गौरवपूर्ण उपस्थिति और आयोजन कार्यक्रम में प्रो. एस.के. पांडे, प्रो. आलोक श्रीवास्तव, प्रो. यतेन्द्र कुमार और अन्य प्रमुख शिक्षाविदों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। संचालन डॉ. अतुल कटियार और डॉ. पूजा यादव ने कुशलता से किया। समापन: धन्यवाद ज्ञापन और नई उम्मीदें कार्यक्रम का समापन डॉ. भोला खान के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। यह कार्यक्रम विदेशी छात्रों के स्वागत और उनके उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ने का पहला कदम साबित हुआ।