बुलंदशहर जिला बार एसोसिएशन के 100 साल से अधिक के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि दो-दो अध्यक्ष चुने जा चुके हों। दोनों गुटों की तरफ से हुए चुनाव में दो-दो अध्यक्ष और दो कार्यकारिणी घोषित हो चुकी हैं। दोनों कार्यकारिणी द्वारा शपथ भी ली जा चुकी है। अब यह कैसे तय होगा कि जिला बार एसोसिएशन पर किसका कब्जा होगा। माना जा रहा है कि आज बार काउंसिल ऑफ इंडिया यह तय कर देगी कि किसकी कार्यकारिणी वैधानिक है और किसकी असंवैधानिक। बवाल की बढ़ रही आशंका
जिला बार एसोसिएशन में दो फाड़ होने के बाद से ही तनाव व्याप्त है। दोनों ही गुट न तो पीछे हटने को तैयार हैं और न किसी की सुनने को तैयार हैं। दोनों गुटों के बीच झड़प भी हो चुकी है। ऐसे में जिला बार एसोसिएशन को पिछले पांच दिनों से छाबनी में तब्दील कर दिया गया है। वकीलों के बीच बवाल की आशंका को देखते हुए चप्पे चप्पे पर पुलिस कर्मियों और पीएसी को तैनात किया गया है, जिससे कि कोई घटना न हो सके। समझ नहीं पा रहा जिला प्रशासन
चूंकि मामला अधिवक्ताओं से जुड़ा हुआ है तो पुलिस प्रशासन भी जल्दबाजी नहीं करना चाह रहा है। जिला प्रशासन कुछ समझ ही नहीं पा रहा है कि इस स्थिति में क्या किया जाए। जिला प्रशासन मूकदर्शक बनकर अभी वकीलों का तमाशा देख रहा है। कोई भी अधिकारी निर्णय लेने की स्थिति में नहीं है। हर कोई बार काउंसिल ऑफ इंडिया पर निर्णय लेने के बाद कोई कदम उठाने की बात कर रहा है। कानून व्यवस्था प्राथमिकता : डीएम
जिलाधिकारी चंद्रप्रकाश सिंह का कहना है कि हमारे लिए कानून व्यवस्था बनाये रखना प्राथमिकता है। बार काउंसिल ऑफ इंडिया जो भी निर्णय लेगी, वह सभी को मान्य होगा। दोनों पक्षों से कहा गया है कि कानून व्यवस्था को अपने हाथ में न लें और शांतिपूर्वक इसका हल निकालें।