बक्सर जिले के बजार समिति परिसर में दो दिवसीय किसान मेला का आयोजन किया गया है। जहां ग्रामीण क्षेत्र के दूर दराज से आए कृषि अपने साग,सब्जी,फूल और फल की प्रदर्शनी लगाए हुए है। इस बीच 35 किलो का कोहंड़ा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। जिसको देखने के लिए लोगों की भिड़ मौजूद रही। डीडीसी के साथ कई अन्य लोगों ने भी उसे उठाने का प्रयास किया। जिसमें से कुछ लोगों ने उसे उठा लिया और कई लोग नाकामयाब रहे। इस दौरान बक्सर के डीएम अंशुल अग्रवाल ने उत्सुकता पूर्वक इसकी जानकारी ली। साथ ही बिना बीज के खीरा,काला गेंहू और बड़े आकार की मूली ने लोगों को खूब लुभाया और चौंकाया भी। बता दें कि किसान मेला में प्रदर्शनी के लिए इटाढी थाना क्षेत्र के कोवलपोखरा गांव के निवासी हरी ददन सिंह 35 किलो का कोहड़ा लेकर पहुंचे थे। उन्होंने बताया की वह गांव में सब्जी की खेती करते है। उनका मुख्य पेशा किसानी है। सब्जियों को उगाने में पारंपरिक पुराना गोबर और केंचुआ खाद इस्तेमाल करते है। खेत के एक छोटे से भाग में इस बार कोहड़ा की भी खेती किए थे। जिसमें तीन से चार बड़े-बड़े कोहड़ा का उत्पादन हुआ है। जिसका वजन 30 से 35 किलो है। ये देसी बीज का कोहड़ा है। इसे इतना बड़ा तैयार होने में दो से तीन महीने का समय लगा है। मेले में पहुंचे डीएम अंशुल अग्रवाल ने कहा कि फल,फूल,सब्जी की प्रदर्शनी कृषि विभाग के माध्यम से आयोजित की गई है। इसका उद्देश्य अलग- अलग क्षेत्र के किसान एक दूसरे से मिले और प्रगतिशील बने।बक्सर जिले के लोगों में ना प्रतिभा की कमी है ना परिश्रम की कमी।