बेगूसराय के मध्य विद्यालय बीहट में साप्ताहिक कार्यक्रम वीकेंड विजन चल रहा। इसकी तीसरी कड़ी में आज एक विशेष संवाद सत्र का आयोजन किया गया। सत्र में बेगूसराय के चर्चित साहित्यकार, वरिष्ठ कवि और मंच उद्घोषक प्रफुल्ल चंद्र मिश्र विशेष आमंत्रित अतिथि के रूप में शामिल हुए। बाल सभा के सत्र में प्रधानाध्यापक रंजन कुमार ने कहा कि पूरी सृष्टि में केवल मनुष्य ही एकमात्र ऐसा जीव है जिसे प्रकृति ने 9 रस, 8 भाव और 7 अलंकार में अपनी भाषाई अभिव्यक्ति की क्षमता दी है। जो इसे सीख और समझ लेता है वह अपनी अभिव्यक्ति के दम पर विश्व में एक से बढ़कर एक काम को अंजाम दे सकता है। मुख्य वक्ता प्रफुल्ल चंद्र मिश्र ने कहा कि कहीं भी, चाहे वह आपका घर हो, कक्षा हो या किसी सभा का मंच हो, अपनी बात को बेझिझक और प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत करना एक महत्वपूर्ण कला है। यह कला सुनने देखने में जितनी सरल है लगती है। वस्तुतः सीखने और समझने के बाद उतनी ही कठिन अभ्यास से निखरती है। बात रखने समय शुद्ध उच्चारण आवश्यक उन्होंने बच्चों को प्रेरित कर अभिव्यक्ति को प्रभावशाली बनाने के लिए सुझाव देते हुए कहा कि सशक्त अभिव्यक्ति के लिए गहन अध्ययन जरूरी है, इससे विचारों में स्पष्टता आती है। कहीं भी अपनी बात रखने के लिए स्पष्ट विचारों के साथ आत्मविश्वास का होना जरूरी है। प्रभावशाली अभिव्यक्ति से हमारा व्यक्तित्व निखरता है। इसलिए बात रखने के क्रम में शुद्ध उच्चारण पर ध्यान देना भी आवश्यक है। जिनसे बात कर रहे हैं, उनसे आई कॉन्टेक्ट बनाए रखना चाहिए। बात रखने के क्रम में कोई भी झिझक महसूस हो तो आइने के सामने खड़े होकर बोलने के अभ्यास से हमें काफी लाभ मिलता है। कार्यक्रम को सफल बनाने में छात्र-छात्राओं का रहा योगदान कार्यक्रम का संचालन कर रही वरिष्ठ शिक्षक अनुपमा सिंह ने कवि प्रफुल्ल मिश्र का धन्यवाद करते हुए कहा कि उनकी बातें बच्चों के व्यक्तित्व विकास में मील का पत्थर साबित होंगी। कार्यक्रम को सुव्यवस्थित करने में शिक्षक प्रीति, सोनम, सीमा, पूनम और प्रशिक्षु छात्राध्यापक के साथ छात्र-छात्राओं की टीम ने अपना योगदान दिया।