जमुई के चंद्रमंडी थाना क्षेत्र के गंगटी गांव से युवक के फर्जी अपहरण मामले में पुलिस ने 24 घंटे के अंदर उद्भेदन करते हुए युवक को बिराजपुर गांव से बरामद कर लिया है। झांझा एसडीपीओ राजेश कुमार ने रविवार की दोपहर चंद्रमंडी थाना परिसर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी। एसडीपीओ राजेश कुमार ने बताया कि 20 दिसंबर को गंगटी गांव के रहने वाले रमेश यादव ने एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जिसमें उन्होंने बताया की 20 दिसंबर की देर शाम चकाई-देवघर मुख्य मार्ग के गंगटी गांव के पास उसका बेटा रंजीत कुमार (20) खड़ा था। तभी एक वाहन रुका जिससे मेरे गोतिया के 6 हथियारबंद अपराधी उतरे और उसका अपहरण कर लिया। एसडीपीओ राजेश कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज होने के बाद चंद्रमंडही थाने की पुलिस ने पूरी मामले की जांच करते हुए कथा कथित अपहृत रंजीत कुमार को बरामद कर लिया। जब उससे पूछताछ की गई तो पता चला कि उसके पिता रमेश यादव और उसने मिलकर जमीन विवाद में अपने गोतिया को झूठे केस में फंसाने की नीयत से फर्जी अपहरण की साजिश रची थी। उन्होंने बताया कि फर्जी प्राथमिकी कराने के मामले में आरोपी के के खिलाफ धारा 182 के तहत कार्रवाई की जाएगी।