सिटी रिपोर्टर|जहानाबाद थायराइड के मरीजों में थकान, कमजोरी, नींद की अधिकता आदि के लक्षण लगातार मिल रहे हैं। लेकिन वे इस लक्षण को विटामिन की कमी की समस्या मानकर इसे इग्नोर कर रहे हैं। महीनों से लेकर सालों बाद जब वे किसी अन्य बीमारी का इलाज कराने के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं और वहां पर जब डॉक्टर उनकी थायराइड जांच करा रहे हैं, तब जाकर करीब 60 प्रतिशत मरीजों को मालूम हो रहा है कि वे तो लंबे समय से थायराइड की जद में थे और बेखबर जिंदगी गुजार रहे थे। इस तरह के मामले अब अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा की गई पूछताछ में खुलने लगे हैं।जयप्रभा मेदांता सुपर स्पेशलिटीज के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ पवन कुमार ने बताया कि जांच रिपोर्ट में पाया गया कि कुल सैंपल में से 50 प्रतिशत थायराइड के ऐसे मरीज मिले, जिनकी उम्र 20 से 40 साल के बीच रही। बड़ी बात ये है कि इनमें से करीब 60 प्रतिशत मरीज युवतियां या फिर शादीशुदा महिलाएं थीं। उन्होंने बताया कि थायराइड मरीजों से जब इस बीमारी को लेकर पूछताछ की गई तो पता चला कि 60 प्रतिशत मरीजों को ये पता ही नहीं था कि वे थायराइड से पीड़ित हैं। डॉ. कुमार कहते हैं कि लगातार अनदेखी के कारण थायराइड की बीमारी बढ़ जाती है। इसमें निमोनिया, ऑक्सीजन की कमी के साथ-साथ ब्लड प्रेशर बढ़ने की समस्या प्रमुख हैं।