महाराष्ट्र के परभणी में 10 दिसंबर को अंबेडकर स्मारक में तोड़फोड़ की घटना के 12 दिन बाद राहुल गांधी सोमवार को यहां आएंगे। वे सोमनाथ सूर्यवंशी (35) और विजय वाकोडे (63) के परिवारों से मिलेगें। दरअसल, स्मारक में तोड़फोड़ के विरोध में हुई हिंसा के बाद अंबेडकरवादी सोमनाथ और विजय की मौत हुई थी। हालांकि, दोनों के मौत अलग-अलग परिस्थिति में हुई थी। इधर भाजपा ने राहुल के दौरे को नाटक करार दिया है। तारीखों में जानिए परभणी में क्या हुआ 10 दिसंबर: सोपन दत्ताराव पवार नाम के व्यक्ति ने परभणी रेलवे स्टेशन के सामने अंबेडकर स्मारक में संविधान की रेप्लिका पर लगा कांच तोड़ा था। भीड़ ने पवार को पीटा था। बाद में उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक आरोपी मानसिक रोगी है। 11 दिसंबर: अंबेडकर स्मारक में तोड़फोड़ के विरोध में परभणी बंद बुलाया गया था। लोगों की मांग आरोपी को फांसी देने की थी। बंद के दौरान हिंसा भड़की। तोड़फोड़ और आगजनी हुई। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े थे और लाठीचार्ज किया था। हिंसा मामले में उसी रात पुलिस ने 50 लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें सोमनाथ सूर्यवंशी भी शामिल था। दो दिन पुलिस कस्टडी में रखने के बाद उसे ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा था। 15 दिसंबर: पुलिस ने बताया कि सीने में दर्द की शिकायत पर सोमनाथ को अस्पताल लाए थे, यहां उसकी हार्ट अटैक से मौत हुई। राज्य सरकार ने सोमनाथ के परिवार को 10 लाख रुपए मदद की घोषणा की। 16 दिसंबर: सोमनाथ की मौत को लेकर परभणी में विरोध प्रदर्शन हुआ था। इसमें शामिल अंबेडकरी आंदोलन के नेता विजय वाकोड़े की हार्ट अटैक से मौत हुई थी। फड़णवीस बोले- पुलिस यातना नहीं, सोमनाथ को सांस लेने में परेशानी थी 21 दिसंबर को महाराष्ट्र विधानसभा में सीएम देवेंद्र फड़णवीस परभणी घटना पर जवाब दिया था। उन्होंने कहा था कि सोमनाथ को सांस लेने में तकलीफ और अन्य बीमारियां थीं। मजिस्ट्रेट के सामने पेश किए जाने पर उसने किसी भी तरह की पुलिस यातना की शिकायत नहीं की थी। सीएम ने कहा था कि सोमनाथ की मौत के मामले में ज्यूडिशियल जांच के आदेश दिए गए हैं। हिंसा की भी ज्यूडिशियल जांच कराई जाएगी। अंबेडकर किसी जाति तक सीमित नहीं हैं, वे सभी के हैं। महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष और राज्य के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा- राहुल गांधी का दौरा नाटक है। उन्हें इस तरह के नाटक करने के जगह इसपर ध्यान देना चाहिए कि समाज को कैसे लाभ पहुंचाया जाए। परिवार का आरोप सोमनाथ को बस्ती से उठाया परिवार और लोगों का आरोप है कि सोमनाथ को दलित बस्ती से उठाया गया था। इसके बाद से वो पुलिस कस्टडी में था। 15 दिसंबर को उसकी मौत की खबर आई। पुलिस ने हार्ट अटैक की बात कही। सोमनाथ की मां विजय ने कहा- बेटे से आखिरी बात 9 दिसंबर को हुई थी। इसके बाद उसका परिवार से किसी भी तरह का कॉन्टैक्ट नहीं हुआ था। बेटे की मौत की खबर के बाद परिवार परभणी जा रहा था, तब बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए औरंगाबाद भेजा गया है। पुलिस के मुताबिक हिंसा की आशंका के चलते शव परभणी नहीं ले जा सकते, जिसकी पीड़ित परिवार मांग कर रहा था। पुलिस ने विजया से कहा था कि अगर स्थिति बगड़ी तो क्या वे इसकी जिम्मेदारी लेंगी। इस पर विजया ने पुलिस से कहा था- क्या वे (पुलिस) मेरे बेटे की मौत की जिम्मेदारी लेतें हैं? 10 और 11 दिसंबर की तस्वीरें… ………………………………….. राहुल गांधी से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… राहुल गांधी ने पहनी नीली टी-शर्ट: अंबेडकर और दलित पहचान का संदेश दिया; कहा- शाह ने बाबा साहेब का अपमान किया, उन्हें माफी मांगनी होगी 19 दिसंबर को राहुल गांधी नीली टी-शर्ट पहने संसद पहुंचे थे। प्रियंका गांधी भी नीली साड़ी में नजर आईं थीं। दोनों ने नीला रंग पहनकर डॉ. अंबेडकर और दलित समुदाय के साथ अपना जुड़ाव दिखाने की कोशिश की थी। संसद में प्रोटेस्ट के दौरान राहुल ने कई बार दोहराया था कि बाबा साहेब पर गृह मंत्री की अपमानजनक टिप्पणी को देश न भूलेगा और न ही बर्दाश्त करेगा। अमित शाह को माफी मांगनी ही होगी। पूरी खबर पढ़ें…