आज के दौर में टैटू बनवाना एक ट्रेंड बन गया है। युवा कूल व स्टाइलिश दिखने के लिए शरीर पर टैटू बनवाते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि टैटू कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। इससे स्किन इन्फेक्शन और एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है। कुछ महीने पहले उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के 10 जिलों में 40 लोग टैटू बनवाने के बाद HIV संक्रमित हो गए थे। इस पर हमने डिटेल में स्टोरी भी की थी। इतना ही नहीं, टैटू ब्लड कैंसर का कारण भी बन सकता है। टैटू और कैंसर के कनेक्शन को समझने के लिए हाल ही में एक स्टडी हुई। स्वीडन की लुंड यूनिवर्सिटी (Lund University) की इस स्टडी में रिसर्चर्स ने पाया कि टैटू बनवाने से लिम्फोमा यानी ब्लड कैंसर का खतरा 21% तक बढ़ जाता है। स्टडी में 2007 से 2017 के बीच लिम्फोमा से पीड़ित 20 से 60 साल के कुछ लोगों का डेटा लिया गया। स्टडी में पाया गया कि लिम्फोमा से पीड़ित 21% लोगों के शरीर पर टैटू था। यह स्टडी ईक्लिनिकल मेडिसिन जर्नल में पब्लिश हुई है। इस साल जुलाई में एक और स्टडी हुई। इस स्टडी में अमेरिका में इस्तेमाल किए जाने वाले टैटू और परमानेंट मेकअप इंक के 75 सैंपल्स की जांच की गई। जांच में रिसर्चर्स ने पाया कि 75 में से 26 सैंपल्स में इन्फेक्शन फैलाने वाले बैक्टीरिया थे। ये स्टडी एप्लाइड एंड एनवायर्नमेंटल माइक्रोबायोलॉजी में मैगजीन में पब्लिश हुई है। तो आज सेहतनामा में हम टैटू से होने वाले खतरे के बारे में बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि- टैटू इंक में हो सकते हैं खतरनाक केमिकल्स टैटू में जिस इंक का इस्तेमाल होता है, उसमें बहुत सारे ऐसे केमिकल्स हो सकते हैं, जो कार्सिनोजेनिक हैं। कार्सिनोजेनिक का मतलब होता है, ऐसे तत्व जो कैंसर का कारण बन सकते हैं। कुछ टैटू इंक में अजो (Azo) नामक केमिकल हो सकता है। यह वह केमिकल है, जिसका इस्तेमाल कार पेंट्स में किया जाता है। कुछ साल पहले चूहों पर की गई एक स्टडी में वैज्ञानिकों ने पाया कि जो चूहे रेड इंक के संपर्क में आए, उनमें लिवर कैंसर डेवलप हुआ। इससे साफ है कि ये मनुष्यों के लिए भी बेहद खतरनाक है। वर्ष 2016 में ऑस्ट्रेलियन सरकार की एक रिपोर्ट में पाया गया कि टैटू में इस्तेमाल होने वाली काली रंग की स्याही में 83% पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन (PAHs) एलिमेंट था, जो कि कार्सिनोजेनिक है। टैटू इंक में और कौन से खतरनाक केमिकल्स हो सकते हैं, नीचे ग्राफिक से समझिए- स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है टैटू बनवाना टैटू हमारी हेल्थ के लिए किसी भी तरह से फायदेमंद नहीं है। लेकिन लोग शौक के लिए इसे बनवाते हैं। कई बार टैटू आर्टिस्ट पुरानी इंक का इस्तेमाल करते हैं, जिसमें बैक्टीरिया हाे सकते हैं, जो इन्फेक्शन का कारण बन सकते हैं। अनप्रोफेशनल टैटू आर्टिस्ट से इन्फेक्शन का खतरा अधिक होता है क्योंकि कई बार वह पैसा बचाने के चक्कर में पुरानी नीडल का इस्तेमाल करते हैं। इसी साल मई में पूर्वांचल के 40 लोगों को टैटू बनवाने के कारण एड्स इसीलिए हुआ क्योंकि टैटू आर्टिस्ट ने पुरानी इन्फेक्टेड नीडल का इस्तेमाल किया था। नीचे ग्राफिक से समझिए कि टैटू बनवाना हमारी सेहत के लिए कितना खतरनाक है। टैटू से होने वाले इन्फेक्शन के लक्षण टैटू से स्किन इन्फेक्शन और एलर्जिक रिएक्शन होना संभव है। अगर स्किन सेंसिटिव है तो एलर्जी का खतरा बढ़ जाता है। शरीर के जिस हिस्से पर टैटू बनवाया गया है, उसके आसपास कुछ लक्षण दिखाई दे सकते हैं। इसमें खुजली या सूजन होना शामिल है। इसके अलावा और कौन से लक्षण हो सकते हैं, इसे नीचे ग्राफिक से समझिए- टैटू से स्किन कैंसर का सीधा कनेक्शन नहीं दिल्ली के एक्शन कैंसर हॉस्पिटल के मेडिकल ऑन्कोलॉजी डायरेक्टर डॉ. सुशांत मित्तल बताते हैं कि टैटू से स्किन कैंसर नहीं होता है। हालांकि टैटू बनवाने के दौरान सावधानी न बरतना खतरनाक हो सकता है। स्किन के उन भागों पर टैटू बनवाने से बचें, जहां बहुत अधिक तिल या झाइयां हों। हमेशा ऐसी जगह से टैटू बनवाएं, जहां हाइजीन का ध्यान रखा जाता हो। किडनी और लिवर के लिए भी नुकसानदायक टैटू इंक टैटू इंक किडनी और लिवर के लिए भी खतरनाक है। साइंस जर्नल ‘जर्नल ऑफ एनालिटिकल केमिस्ट्री’ में पब्लिश एक स्टडी के मुताबिक, टैटू इंक में मौजूद खतरनाक केमिकल्स स्किन, लंग्स और लिवर में इरिटेशन पैदा कर सकते हैं। इसके अलावा ये नर्वस सिस्टम को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। टैटू से होता किस तरह का एलर्जिक रिएक्शन टैटू इंक में पाई जाने वाली डाई और कुछ अन्य केमिकल्स से एलर्जी होना संभव है। कुछ लोगों को टैटू बनवाने के बाद तेज धूप के संपर्क में आते ही एलर्जी हो सकती है। कई बार ये एलर्जी सालों बाद भी हो सकती है। टैटू से होने वाली एलर्जी के लक्षणों में खुजली, रेडनेस, सूजन और मवाद निकलना शामिल है। टैटू बनाने के बाद इन्फेक्शन हो तो क्या करें अगर टैटू बनवाने के बाद इन्फेक्शन या एलर्जिक रिएक्शन होता है तो नजरअंदाज न करें। तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और इन्फेक्शन को बढ़ने से रोकने के लिए उपचार कराएं। डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाएं लिख सकते हैं ताकि इन्फेक्शन को बढ़ने से रोका जा सके। हमेशा ध्यान रखें कि इन्फेक्शन या एलर्जिक रिएक्शन दिखने पर खुद से किसी तरह का घरेलू उपचार न करें। इससे स्थिति बिगड़ सकती है। किन लोगों के लिए टैटू बनवाना ज्यादा खतरनाक डॉ. सुशांत मित्तल बताते हैं कि जिन लोगों की स्किन सेंसिटिव है, उन्हें टैटू नहीं बनवाना चाहिए। इसके अलावा बच्चों और गर्भवती महिलाओं को भी इससे बचना चाहिए। इन लोगों को टैटू बनवाने से ज्यादा खतरा होता है। ……………………………. सेहतनामा की ये खबर भी पढ़िए… सेहतनामा- पुरुषों को भी हो सकता है ब्रेस्ट कैंसर: ये 8 लक्षण दिखें तो हो जाएं सावधान आमतौर पर यह माना जाता है कि ब्रेस्ट कैंसर सिर्फ महिलाओं को होने वाली बीमारी है, लेकिन ये सच नहीं है। अन्य कैंसरों की तरह ब्रेस्ट कैंसर भी महिला और पुरुष दोनों को हो सकता है। पूरी खबर पढ़िए…