नालंदा जिले में किसानों के लिए एक नई उम्मीद जगी है। जिला कृषि विभाग की ओर से शुरू आलान प्रबंधन योजना से अब किसान एक ही खेत से दो फसलों की उपज ले सकेंगे। इस अभिनव तकनीक से न केवल उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि किसानों की आय में भी वृद्धि होगी। जिला उद्यान पदाधिकारी राकेश कुमार के अनुसार, “इस योजना के तहत जिले में 400 यूनिट स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रति यूनिट 125 वर्ग मीटर के प्लॉट में किसान एक साथ दो तरह की सब्जियों की खेती कर सकेंगे। योजना की विशेषता यह है कि सरकार किसानों को प्रति यूनिट 3600 रुपए का अनुदान प्रदान करेगी, जो कुल लागत का 80 प्रतिशत है। एक किसान अधिकतम 2000 वर्ग मीटर तक के क्षेत्र में यह तकनीक अपना सकते हैं। 10 कट्ठा जमीन में 20 कट्ठा जितना उत्पादन चंडी के प्रखंड उद्यान पदाधिकारी पवन कुमार पंकज ने बताया की “आलान प्रबंधन से उत्पादन में 20-30 प्रतिशत की वृद्धि होती है। उदाहरण के लिए, कद्दू के पौधों के बीच साग लगाने से 10 कट्ठा में 20 कट्ठा जितना उत्पादन संभव है। इस तकनीक में बांस और तार की मदद से जालीदार संरचना बनाई जाती है, जिस पर लत्तेदार सब्जियां जैसे कद्दू, करेला, परवल आदि उगाई जाती हैं, जबकि नीचे की जमीन का उपयोग पत्तेदार सब्जियों के लिए किया जाता है। महिला किसानों को 30 प्रतिशत आरक्षण योजना में महिला किसानों को 30 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। साथ ही, पट्टे या बटाई पर खेती करने वाले किसान भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। इच्छुक किसान horticulture.bihar.gov.in पर आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन कर सकते हैं। यह पहल न केवल किसानों की आय बढ़ाने में मददगार होगी, बल्कि जिले में सब्जी उत्पादन को भी नई ऊंचाइयों तक ले जाएगी। साथ ही यह भूमि के कुशल उपयोग का एक बेहतरीन उदाहरण भी है। योजना के तहत आवेदन प्रक्रिया पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर की जा रही है। केवल वही किसान इसका लाभ उठा सकते हैं जो कृषि विभाग के डीबीटी पोर्टल पर पंजीकृत हैं।