बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में राजनीतिक बयान तेज है। सवाल इस बात को लेकर जोरो से उठने लगा है क्या विधानसभा चुनाव से पहले चाचा भतीजे की जोड़ी एक बार फिर से साथ आने वाली है। इस सवाल को हवा मिल रहा है बिहार में राजनीतिक पार्टियों और नेताओं के तेजी से बदलते राजनीतिक मिजाज की वजह से चर्चा है की नीतीश कुमार NDA से नाराज है। नाराजगी की वजह बताई जा रही है आंबेडकर को लेकर अमित शाह के बयान और उस के बाद के तल्ख़ होते राजनीतिक माहौल को और उससे बड़ी वजह माना जा रहा है BJP के उस ताजा स्टैंड को लेकर जिसको लेकर अमित शाह ने साफ़ किया था की बिहार में मुख्यमंत्री के चेहरे के लिए नीतीश कुमार का नाम फिक्स नहीं है और मुख्यमंत्री का नाम चुनाव के बाद तय किया जाएगा। इस बदलते राजनीतिक माहौल में अब RJD ने भी जो ब्यान दिया है उससे सवाल उठने लगा है क्या वाकई बिहार में कोई बड़ा खेला होने वाला है। तेजस्वी यादव पार्टी नेताओं के साथ हाजीपुर में एक कार्यक्रम में पहुंचे थे कार्यक्रम के दौरान ही राजद प्रवक्ता शक्ति यादव ने इस बड़े खेला की तरफ इशारा किया है। RJD ने नीतीश कुमार के साथ आने के सवाल पर कहा है की पार्टियों के बीच के मतभेद से ज्यादा महत्वपूर्ण है राष्ट और लोकतंत्र और राजनीती में सम्भावनाओ के सभी दरवाजे खुले रहते है। राजद प्रवक्ता शक्ति यादव ने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के साथ आने की खबरों और उससे जुड़े सवाल पर पहले तो सस्पेंस मचाया की आगे आगे देखिये होता है। क्या फिर अगले सवाल पर साफ़ साफ़ बता दिया की बदले राजनींतिक माहौल में अगर राष्ट्र और लोकतंत्र को बचाने के लिए दोनों साथ आते है तो कोई अचरज नहीं होना चाहिए।