कानपुर IIT की यौन उत्पीड़न की शिकार छात्रा ने 500 से ज्यादा पेज की वॉट्सऐप चैट पुलिस को सौंपी है। ACP मोहसिन खान के साथ यह वॉट्सऐप चैट दैनिक भास्कर के हाथ लगी है। छात्रा ने ACP पर आरोप लगाया था कि शादी का झांसा देकर यौन शोषण किया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि चैट की शुरुआती जांच में ACP पर लगे आरोपों की तस्दीक हो रही है। बातचीत में साफ है कि शादीशुदा होने के बाद भी मोहसिन छात्रा के साथ रिलेशन में था। फिलहाल, कोर्ट ने ACP को अरेस्टिंग और चार्जशीट पर स्टे मिलने के बाद छात्रा ने कहा-‘मेरी लड़ाई खत्म नहीं हुई है…अंतिम सांस तक मोहसिन के खिलाफ जंग लड़ूंगी। उसके कर्मों की सजा दिलाकर रहूंगी।’ पीड़ित छात्रा को IIT देगी लीगल सपोर्ट
छात्रा ने बताया-कानून की जानकारी नहीं होने के चलते मोहसिन को इसका फायदा मिला। हाईकोर्ट से अरेस्टिंग स्टे मिल गया है। यह जानकारी रिसर्च स्कॉलर ने IIT के डायरेक्टर और अपने गाइड के सामने रखी। इसके बाद डायरेक्टर ने उन्हें IIT की तरफ से लीगल सपोर्ट करने के लिए क्राइम के सीनियर अधिवक्ता हायर करने की बात कही है। पीएचडी रिसर्च स्कॉलर को लीगल सपोर्ट भी IIT देगी। मोहसिन अब IIT से नहीं कर सकेंगे PHD
IIT प्रशासन की मानें, तो ACP मोहसिन को अब कोई भी गाइड PHD कराने को तैयार नहीं है। मोहसिन ने ऐसा काम किया है कि खाकी वर्दी ही नहीं, IIT के दामन पर भी दाग लगाया है। उनके खिलाफ कार्रवाई को लेकर IIT प्रशासन विभागीय जांच कर रहा है। जल्द ही मोहसिन के खिलाफ IIT कार्रवाई करके उन्हें बाहर का रास्ता दिखा देगा। छात्रा बोली- ACP ने हाईकोर्ट में रखे झूठे तथ्य छात्रा ने बताया कि ACP मोहसिन खान ने हाईकोर्ट को गुमराह करके अरेस्टिंग स्टे हासिल किया है। उनकी ओर से दाखिल याचिका की पड़ताल करने पर यह तथ्य सामने आया है। मोसिन खान के आई कार्ड में लिखा पीड़िता का नंबर
जांच में एक नया खुलासा सामने आया है। कानपुर ACP मोहसिन खान का आईआईटी कानपुर का जो आई कार्ड बना है। उसमें इमरजेंसी नंबर वाले स्लॉट में छात्रा का नंबर लिखा हुआ है। आईआईटी कानपुर के मीडिया सेल का कहना है कि अमूमन लोग इमरजेंसी नंबर में अपने घर वालों का नंबर डालते हैं, लेकिन मोहसिन खान ने लड़की का नंबर डाला है। यह नंबर क्यों डाला ये पता नहीं। हालांकि जांच टीम इसको लेकर छात्रा से बात करेगी। इसके साथ ही आरोपी से भी इस बारे में पूछताछ की जाएगी। पढ़िए 27 साल की छात्रा की आपबीती
मेरी मुलाकात दिसंबर, 2023 में IIT कानपुर में ACP मोहसिन से हुई। एक-दूसरे का मोबाइल नंबर लिया। 23 जून, 2024 को उन्होंने मुझे फोन किया। कहा- मेरे गाइड में IIT से पीएचडी करना चाहते हैं। इसके लिए हेल्प चाहिए। मैंने हां कर दी। मैंने उनकी एडमिशन फीस जमा कराई। वॉक इन इंटरव्यू के टिप्स दिए। यहां उन्होंने इंटरव्यू दिया। उन्हें एडमिशन मिल गया। फिर हम दोनों करीब आ गए। इसी बीच खान ने रिश्ते का प्रस्ताव दिया। कहा- वह अविवाहित है। उस वक्त मैं एक ब्रेकअप के दर्द से गुजर रही थी। अकेलापन महसूस होता था, इसलिए भरोसा कर लिया। हम दोनों हॉस्टल के रूम में समय बिताने लगे। ACP ने मेरे साथ संबंध बनाए। इसी बीच, मुझे पता चला कि वह शादीशुदा है। इस बात को लेकर मेरा उससे झगड़ा हुआ। तब जाकर मोहसिन ने मुझे कहा- उनका पत्नी से तलाक होने वाला है। उनकी 5 साल की बेटी है। फिर मैंने उन पर भरोसा कर लिया। इसी साल, 27 नवंबर को ACP पिता बने, तब जाकर सच्चाई सामने आई। इसके बाद मुझे अपने साथ धोखे का एहसास हुआ। मैं ACP के घर गई। तब पता चला कि तलाक की बात झूठी है। एसीपी अपनी पत्नी से कभी अलग नहीं हुए थे। छात्रा बोली-ACP ने प्यार में फंसाकर रेप किया
छात्रा ने गुरुवार को ACP के खिलाफ कल्याणपुर थाने में FIR दर्ज कराई। इसमें बताया कि ACP ने प्यार में फंसाकर उससे रेप किया। पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार के आदेश पर गुरुवार को DCP साउथ अंकिता शर्मा और ACP अर्चना सिंह सिविल ड्रेस में IIT पहुंचीं। दोनों महिला अफसरों ने पूछताछ की। आरोप सही पाया गया। इसके बाद एडीसीपी ट्रैफिक अर्चना सिंह की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया गया। आरोपी ACP के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा-69 के तहत FIR दर्ज की गई है। इसके तहत किसी महिला को धोखे में रखकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाना अपराध है। अगर ACP पर आरोप सही साबित होता है, तो उन्हें 10 साल तक की जेल और जुर्माना हो सकता है। ——————————————— इससे जुड़ी खबर भी पढ़ें :- ACP मोहसिन की हर बात झूठी…मेरे पास कच्चा चिट्ठा:ट्रोलर को नहीं पता मेरा सैलरी पैकेज क्या है कानपुर IIT की छात्रा के यौन उत्पीड़न केस में आरोपी ACP मोहसिन खान काे हाईकोर्ट ने अरेस्टिंग स्टे दिया है। इस पर छात्रा ने कहा- हाईकोर्ट अरेस्टिंग स्टे कैसे दे सकता है। वो तमाम चीजों को मैनिपुलेट करके मुझे शादीशुदा साबित करने की कोशिश कर रहा है। उसे 10 साल का क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन का एक्पीरियंस है। इतने साक्ष्य होने के बाद भी ऐसा हुआ। मेरा क्या होगा…? पढ़ें पूरी खबर