अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय मंत्री अधिवक्ता राकेश दत्त मिश्र ने कहा कि भारत में बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए कोई स्थान नहीं है।सभी बांग्लादेशियों की राष्ट्रीय स्तर पर पहचान कर वापस बांग्लादेश खदेड़ना भारत की एकता,अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए जरूरी है। अनधिकृत अधिकार कर जेहादी ताकतों को मजबूत कर रहे हैं
हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय मंत्री ने कहा कि 1971 में पाकिस्तान का विभाजन और बांग्लादेश नामक नए राष्ट्र के उदय के दौरान ही लाखों करोड़ों बांग्लादेशियों ने भारत में घुसपैठ की और केंद्र के साथ राज्यों की सरकारों ने भी इस गंभीर समस्या से आँखें मूंद ली थी। तब से निरंतर बांग्लादेशी नागरिक घुसपैठ करके भारत आ रहे हैं और देश के संसाधनों, रोजगार और खाद्य पर अनधिकृत अधिकार कर जेहादी ताकतों को मजबूत कर रहे हैं। वर्तमान में पूरे देश में 5 करोड़ से अधिक बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठिए जेहाद की ताकत बन चुके हैं। यदि इन घुसपैठियों को बांग्लादेश वापस नहीं भेजा गया तो देश गृहयुद्ध की आग में जल उठेगा। अब केंद्र की भाजपा सरकार को अपने अधिकारों का प्रयोग करे
हिन्दू महासभा के अयोध्या जिलाध्यक्ष रामधन निषाद प्रधान जी ने आज जारी बयान में यह जानकारी देते हुए कहा कि विपक्ष में रहते हुए भारतीय जनता पार्टी हमेशा कांग्रेस सरकार के खिलाफ घुसपैठियों को वापस भेजने के लिए राष्ट्र व्यापी आंदोलन चलाती रही है। अब केंद्र की भाजपा सरकार को अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को देश से बाहर निकालने का कठोर निर्णय लेकर राष्ट्र की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। फर्जी पहचान पत्र बनाने वालों पर कड़ी कायवाही की जाए
रामधन निषाद ने केंद्र सरकार से घुसपैठियों का पहचान पत्र, आधार कार्ड और राशन कार्ड बनवाने वाले अधिकारियों की भी पहचान कर उन्हें भ्रष्टाचार में आरोपित कर दंडित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं और धर्मस्थलों में हो रहे हिंसक हमलों का प्रतिकार सभी बांग्लादेशी और रोहिंग्या को बांग्लादेश वापस भेज कर लिया जा सकता है। इससे जेहादी तंत्र कमजोर होगा और भारत सुरक्षित बनेगा।