बरेली में एक 17 वर्षीय छात्र ने अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने के लिए अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी। कक्षा 10 में पढ़ने वाला यह छात्र दोस्तों के साथ मॉल घूमने निकला और अचानक गायब हो गया। रात को उसकी मां को फोन आया, जिसमें उसने घबराकर कहा, “मां, मुझे बचा लो। कुछ लोग मुझे पकड़कर ले जा रहे हैं।” इसके बाद फोन बंद हो गया, जिससे घरवाले घबरा गए। मां ने दर्ज कराई अपहरण की रिपोर्ट रोती-बिलखती मां ने तुरंत थाने में अपहरण की शिकायत दर्ज कराई। मां का कहना था कि बेटे के साथ अनहोनी हो सकती है। पुलिस ने तुरंत सक्रिय होकर छात्र की तलाश शुरू की। डोरा मोड़ के पास छात्र की स्कूटी मिली, जिससे पुलिस को छात्र के आसपास होने की आशंका हुई। पुलिस की छानबीन में खुलासा बारादरी थाना प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह पता चला कि छात्र दोस्तों के साथ मौज-मस्ती के दौरान झगड़े में शामिल था। पुलिस ने पूरी रात खोजबीन की और आखिरकार सुबह छात्र को सुरक्षित बरामद कर लिया। गर्लफ्रेंड से मिलने की योजना पुलिस पूछताछ में पता चला कि छात्र ने अपहरण की यह झूठी कहानी अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने के लिए गढ़ी थी। उसने मां को फोन कर यह नाटक किया ताकि उसे ढूंढने में परिवार और पुलिस परेशान हों और वह अपनी गर्लफ्रेंड के साथ समय बिता सके। परिवार में आक्रोश, मां की हालत खराब इस घटना से परिवार स्तब्ध है। मां का कहना है कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनका बेटा ऐसी हरकत करेगा। बेटे की इस हरकत से मां का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस की कड़ी चेतावनी पुलिस ने छात्र और उसके परिवार को चेतावनी दी है कि ऐसी हरकतें गंभीर परिणाम दे सकती हैं। अपहरण जैसी झूठी सूचना न केवल पुलिस बल का दुरुपयोग है, बल्कि यह कानून का उल्लंघन भी है। यह घटना समाज के लिए एक सबक है कि बच्चों पर ध्यान देना और उनकी गतिविधियों को समझना बेहद जरूरी है। झूठे नाटक न केवल परिवार को परेशानी में डालते हैं, बल्कि कानून व्यवस्था को भी बाधित करते हैं।