2025 के बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर जनसुराज प्रत्याशी पोस्टर जारी कर लोगों को जागरूक कर रहे है। इसी कड़ी में कटिहार के कदवा विधानसभा क्षेत्र से जनसुराज के प्रत्यासी के तौर पर अपनी दावेदारी पेश करने वाले डॉ.एम आर हक ने एक पर्चा जारी किया है। जिसमे कहा जा रहा है कि ‘लोकल लाओ-कदवा विधानसभा बचाओ’। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव की गतिविधि तेज हो गई है। कदवा / डंडखोरा सीमांचल इलाका अहम प्रखण्ड की गिनती में आता है। बाढ़ और नदी कटाव यहां का ज्वलंत मुद्दा है। नीति आयोग के रिपोर्ट के अनुसार हमारा कटिहार जिला विकास के पायदान में पिछड़ा जिला में शामिल है और इनमें सबसे ज्यादा कदवा प्रखण्ड पिछड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि किसी भी इलाके की तरक्की वहां की लीडरशिप पर निर्भर करती है। अगर मजबूत लीडरशिप हो तो इलाका भी मजबूत और विकसित होगा। लेकिन विडम्बना यह है कि चुनाव में हम इलाके के लोग सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का शिकार हो जाते हैं। महागठबंधन एनडीए में बंट कर वोट करते हैं और लोकल उम्मीदवार को दरकिनार कर देते हैं। विगत वर्ष की तुलना में विधानसभा चुनाव के सफर को देखें तो दोनों गठबंधन बाहरी उम्मीदवार उतारती है। लोकल लीडर को यह दोनों गठबंधन महत्व नहीं देती है। और जब तक लोकल लीडर जीत कर विधानसभा नहीं पहुंचेगी हमारे इलाके की तरक्की की कल्पना करना बेईमानी होगी। जनसुराज प्रत्याशी डॉ. एम आर हक ने बताया कि एक पोस्टर जारी कर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि जनसुराज का नारा है ‘लोकल फ़ॉर वोकल’ इसलिए स्थानीय उम्मीदवार को ही टिकट मिलेगा। जिसमें मैंने प्रबल दावेदारी पेश की है। उन्होने कहा कि क्षेत्र में मजदूरों का पलायन,अस्पताल में कोई सुविधा नही, बेहतर शिक्षा के लिए बेहतर स्कूल नही है और किसानों के लिए फूड प्रोसेसिंग यूनिट होनी चाहिए। यहां की सबसे बड़ी समस्या कटाव है, जिस कारण हर साल लोग तबाह होते है। लेकिन इसका कोई समाधान नहीं होना है। इसलिए लोकल की मांग है जो इसे समझ सकते है।