गोण्डा में जिला कांग्रेस कार्यालय में आज निवर्तमान जिला अध्यक्ष प्रमोद मिश्रा ने प्रेस वार्ता आयोजित कर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के प्रति की गई टिप्पणी पर गहरी नाराजगी जताई। इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों के अपमान का गंभीर आरोप लगाया। अंबेडकर चौराहे से डीएम कार्यालय तक मार्च का ऐलान प्रमोद मिश्रा ने घोषणा की कि 24 दिसंबर को अंबेडकर चौराहे से जिलाधिकारी कार्यालय तक कांग्रेस कार्यकर्ता मार्च करेंगे और जोरदार प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि 18वीं लोकसभा का शीतकालीन सत्र भारतीय संसदीय इतिहास में एक काले अध्याय के रूप में दर्ज हो गया है। मिश्रा ने आरोप लगाया कि बीजेपी और संघ की मनुवादी मानसिकता संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर और उनके आदर्शों का तिरस्कार करती है। संविधान पर चर्चा से इनकार का आरोप मिश्रा ने कहा कि संविधान के 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर विपक्ष ने सरकार से चर्चा की मांग की थी, जिसे बार-बार खारिज किया गया। गृहमंत्री अमित शाह की टिप्पणी को कांग्रेस ने आरक्षण समाप्त करने की साजिश करार दिया। उनका दावा है कि बीजेपी की हरकतें देश के लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ हैं। अमित शाह के इस्तीफे की मांग कांग्रेस जिला प्रवक्ता शिवकुमार द्विवेदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने अमित शाह को इस मुद्दे पर कोई सजा नहीं दी। कांग्रेस समेत विपक्ष ने गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग की है, लेकिन इसे सरकार ने नजरअंदाज कर दिया। कांग्रेस का कहना है कि जब तक अमित शाह इस्तीफा नहीं देंगे, उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। कांग्रेस नेताओं की उपस्थिति इस मौके पर कांग्रेस प्रवक्ता शिवकुमार दुबे, महासचिव राज किशोर शुक्ला, अविनाश मिश्रा, भानु और राम श्रृंगार भारती समेत कई प्रमुख नेता उपस्थित रहे। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर देशव्यापी विरोध की चेतावनी भी दी है।