आगरा में मंगलवार को गुरुद्वारा दशमेश दरबार शहीद नगर विभव नगर में पंथ के कथा विचारकों ने संगत को गुरुओं की शहादत के किस्से सुनाए। शबद गुरबाणी कीर्तन कर संगत को निहाल कर दिया। गुरुद्वारे में जो बोले से निहाल के जयकारे गूंजने लगे। श्री हरमंदिर साहिब सचखंड दरबार श्री अमृतसर से आए कथा विचारक कुलदीप सिंह ने संगत को बेहद भावपूर्ण अंदाज में साहिबे कमाल सरबंस दानी धन धन श्री गुरु गोविंद सिंह के परिवार की शहादत की गाथा सुनाई। इतिहास सफर ए शहादत शहीदी सप्ताह में धन धन श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की हजूरी में श्रद्धा भाव के समागम किया। गुरु प्यारी साध संगत को सिखों के इतिहास की जानकारी दी। हजूरी रागी जगतार सिंह देहरादून, गुरशरन सिंह ने साप्ताहिक समागम में शबद गुरबाणी कीर्तन कथा से साध संगत को निहाल किया। माऐ तेरे पो शहीदी पा गऐ, नीहा विच आखिरी फतेह बुला गए। अरदास, हुकुमनामा के बाद गुरु महाराज के सुखासन निज स्थान सचखंड पहुंचा दातार से अमृतवेले की दात मांगी। करतार की सौगंध है नानक की कसम है जितनी भी तारीफ की जाए गुरु गोविंद सिंह की वह कम है सुनाकर सभी को जोश से भर दिया। 28 दिसंबर तक किया जाएगा गुरबाणी कीर्तन प्रबंध कमेटी पदाधिकारियों ने बताया कि 28 दिसंबर तक शहीदी सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। सुबह, शाम कथा गुरबाणी कीर्तन का आयोजन किया जाएगा। संगत हर दिन कीर्तन में शामिल हो सकती हैं। गुरु गोविंद सिंह के साहिबजादों की वीरता के किस्से सुनाए जाते हैं। कार्यक्रम में ये लोग रहे मौजूद इस मौके पर प्रधान हरपाल सिंह, मलकीत सिंह, श्याम भोजवानी, इंद्रजीत सिंह, गुरिंदर सिंह, सुरेंद्र सिंह, हरजीत सिंह, हरजिंदर सिंह, त्रिलोचन सिंह, सुरेंद्र सिंह लाठी आदि मौजूद रहे।