आगरा में रालोद के पूर्व प्रवक्ता और कवि पवन आगरी पर महिला साहित्यकार से अभद्रता के आरोप में मुकदमा दर्ज हो गया है। महिला साहित्यकार ने थाना छत्ता में तहरीर दी थी। महिला साहित्यकार ने राष्ट्रीय महिला आयोग में भी शिकायत की है। महिला साहित्यकार ने लगभग 10 दिन पहले थाना छत्ता में तहरीर दी थी। तहरीर में लिखा था कि वे परी एजुकेशनल सोसाइटी के अंतर्गत ताज लिटरेचर क्लब चलाती हैं। राष्ट्रीय लोकदल के प्रवक्ता और कवि पवन आगरी ने उनकी संस्था के नाम से मिलते जुलते नाम के साथ एक आयोजन की घोषणा की। पवन आगरी ने जनवरी में ताज लिटरेचर फेस्ट कराने के लिए तिथि भी घोषित कर दी। महिला का कहना है कि इस की जानकारी कई वॉट्सऐप ग्रुप से हुई। महिला ने कार्यक्रम के नाम को लेकर आपत्ति जताई। इसके बाद पवन आगरी ने धमकाना शुरू कर दिया। महिला का आरोप है कि पवन आगरी ने उनके मोबाइल पर लोगों से फोन कराए। देर रात में कॉल और मैसेज आने लगे। नोटिस देने की धमकी दी गई। अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया। महिला द्वारा किए गए ट्वीट को हटाने की धमकी दी गई। इस संबंध में महिला ने राष्ट्रीय महिला आयोग में भी शिकायत की है। जिसकी एक ऑनलाइन सुनवाई हो चुकी है। अब पुलिस ने इस शिकायत पर पवन आगरी के खिलाफ बीएनएस की धारा 351(2) और 352 में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पवन आगरी ने दी थी सफाई
इस बारे में पवन आगरी ने एक वीडियो जारी किया था। इस वीडियो में पवन आगरी का कहना था कि मैंने किसी को महिला का नंबर नहीं दिया। जो भी कॉल आ रहे हैं, उसके पीछे कौन है, इसकी जानकारी पुलिस को है। पवन आगरी का कहना है कि मैंने पुलिस के सामने अपना पक्ष रख दिया है। जो लोग फोन कर रहे हैं, उनसे मेरी कोई बातचीत नहीं हुई है। यह बात पुलिस ने जांच में निकाल ली है। किसी अमित चौधरी के नाम से फोन जा रहे थे, जिसका मुझसे संबंध नहीं है। जहां तक बात प्रवक्ता पद से हटाने की है। यह पार्टी का फैसला है। उन्होंने पूरे देश के प्रवक्ता हटाए हैं।