पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह नहीं रहे। 92 साल की उम्र में उनका दिल्ली एम्स में निधन हो गया। उन्हें उम्र संबंधी दिक्कतों की वजह से गुरुवार रात 8:06 बजे एम्स में भर्ती कराया गया था। रात 9:51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। 2004 से 2014 तक वे प्रधानमंत्री रहे। आइए अब पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की वाराणसी से जुड़े यादों को जानते हैं.. बीएचयू के 90वें दीक्षांत समारोह में 15 मार्च 2008 को पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को डॉक्टरेट की मानद उपाधि दी गई थी। इस समारोह में उनके साथ उनकी पत्नी गुरशरन कौर भी मौजूद रहीं। बतौर मुख्य अतिथि समारोह में शामिल होने आए थे। अपने दौरे के दौरान 14 मार्च को ही काशी आ गए थे। बीएचयू का 90वां दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय परिसर के एंफीथियेटर मैदान में 15 मार्च 2008 को मनाया गया था। समारोह में विश्वविद्यालय के तत्कालीन चांसलर महाराजा कर्ण सिंह और कुलपति प्रो. पंजाब सिंह भी मंच पर उनके साथ बैठे थे। मुख्य समारोह के एक दिन पहले काशी आगमन पर बतौर प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का जोरदार स्वागत हुआ था। अपने काशी आगमन पर उन्होंने यहां के बुनकरों से मुलाकात की थी। बाबा विश्वनाथ मंदिर में पत्नी संग किया था पूजन पूर्व पीएम डॉक्टर मनमोहन सिंह ने अपनी पत्नी के साथ विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में पूजन किया था। जानकारी बताते हैं कि वह मंदिर में करीब 1 घंटे तक थे। वहां के पुजारी से उन्होंने काशी के बारे में विस्तार से जानकारी ली थी। मंदिर के बाहर उनका जोरदार स्वागत भी हुआ था। दशाश्वमेध घाट पर देखी थी गंगा आरती साल 2008 में स्वर्गीय मनमोहन सिंह पूर्व प्रधानमंत्री दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि द्वारा आयोजित होने वाली विश्व विख्यात मां गंगा की आरती में शामिल हुए थे।उस समय वह जल पुलिस चौकी से ही मां गंगा को नमन किए थे साथ ही प्रोफेसर चंद्रमौली उपाध्याय व श्रीधर पाण्डेय द्वारा मां गंगा का पूजन कराया गया था।