हाई कोर्ट की समूह ग की रविवार को आयोजित परीक्षा में आगरा में 5 सॉल्वर पकडे़ गए। ये सभी किसी ने किसी की जगह पर परीक्षा दे रहे थे। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है। रविवार को हुई परीक्षा में खंदौली के पीली पोखर स्थित सेंट एंड्रूज स्कूल में दूसरी पाली में बायोमैट्रिक मिलान नहीं होने पर फर्जी अभ्यर्थी कृष्णकांत को पकड़ा। वह गांव संग्रामपुर थाना संग्रामपुर जिला मुंगेर (बिहार) का रहने वाला है। पूछताछ में कृष्णकांत ने बताया कि वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा है। जाफराबाद थाना शिकोहाबाद के अशोक कुमार की जगह 30 हजार रुपए में परीक्षा देने आया था। क़ृष्णकांत ने बताया उसकी मुलाकात छह महीने पहले आरोपी अशोक कुमार से फेसबुक पर हुई थी। अशोक ने उसे एक महीने पहले परीक्षा के बारे में बताया। उसे अपनी जगह परीक्षा में बैठने पर 30 हजार रुपए देने को कहा तो वह राजी हो गया। शनिवार को वह टूंडला रेलवे स्टेशन पहुंचा। यहां अशोक ने उसे फर्जी आधार कार्ड दिया, जिस पर नाम-पता अशोक कुमार का और फोटो उसका था। एक लाख में हुआ था सौदा
वहीं, रकाबगंज स्थित बैकुंठी देवी कन्या महाविद्यालय परीक्षा केंद्र पर बायोमैट्रिक मिलान नही होने पर कर्मचारियों ने नगला धारा थाना एका, फिरोजाबाद के प्रदीप कुमार को पकड़ा था। पुलिस की पूछताछ में प्रदीप कुमार ने बताया कि वह कोचिंग और ट्यूशन करता है। वह नगला पिपरानी थाना शिकोहाबाद के संसरी की जगह परीक्षा देने आया था। संसरी से उसकी मुलाकात नहीं है, उसके बड़े भाई नीरज कुमार से परिचय है। नीरज ने उसे छोटे भाई की जगह परीक्षा देने के लिए एक लाख रुपए में सौदा किया था। परीक्षा में पास होने पर उसे एक लाख रुपए मिलने थे। आनलाइन प्रवेश पत्र निकालने के बाद उसमें अपना फोटो लगाकर परीक्षा केंद्र पर पहुंचा था। पुलिस ने हरीपर्वत स्थित एमडी जैन इंटर कालेज से गांव ततौली थाना मटसेना फिरोजाबाद के मनमोहन को पकड़ा। वह छोटे भाई जगमोहन की जगह परीक्षा देने आया था।सेंट जोंस कालेज में पकड़ी गई संदिग्ध परीक्षार्थी बसई मोहम्मदपुर फिरोजाबाद की प्रियंका की केवाइसी आधार कार्ड के माध्यम से सत्यापित नहीं होने पर उसके विरुद्ध भी मुकदमा दर्ज किया गया है। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि आरोपितों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजा गया है।