बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा के दौरान प्रशासनिक लापरवाही का एक गंभीर मामला सामने आया है। मुंगेर जिले में सीएम के दौरे के लिए की गई तैयारियों में सिर्फ दिखावा किया गया, जिसका जीता-जागता उदाहरण नौवागढ़ी बाजार में स्थित सार्वजनिक शौचालय है। मुख्यमंत्री के तारापुर और ऋषिकुंड से होकर सदर प्रखंड के चरोन गांव जाने के मार्ग पर स्थित इस शौचालय का केवल बाहरी हिस्सा रंग-रोगन कर चमकाया गया। जबकि अंदर की स्थिति बेहद खराब है, जहां से लगभग 50 मीटर तक बदबू आ रही थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रशासन ने सिर्फ दिखावे के लिए बाहरी सजावट की, लेकिन वास्तविक समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया। प्रशासन की इस कार्यशैली से क्षेत्र के निवासियों में गहरी नाराजगी है। उनका कहना है कि अगर बाहरी सजावट के साथ-साथ शौचालय की सफाई भी करवा दी जाती, तो यह आम लोगों के लिए वास्तव में लाभदायक होता। स्थानीय नागरिकों का मानना है कि सिर्फ अधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री को खुश करने के लिए किए गए इस तरह के सतही प्रयास से प्रगति यात्रा का वास्तविक उद्देश्य पूरा नहीं होता।