झांसी में एक्सीडेंट में नाना और उसके नाती की मौत हो गई। दोनों बकरा खरीदकर बाइक से घर लौट रहे थे। झांसी-कानपुर हाइवे पर अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में दोनों की इलाज के दौरान मौत हो गई। हादसा बुधवार शाम को पूंछ थाना क्षेत्र के खिल्ली गांव के पास हुआ है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर अज्ञात वाहन की तलाश शुरू कर दी है। ससुराल से ला रहे थे बकरा मृतकों की पहचान पूंछ के गंदा नाला मोहल्ला निवासी इतेश अहिरवार (35) पुत्र मुलायम और उसके नाना गणेश अहिरवार (63) के रूप में हुई है। गणेश की पथरेड़ी में ससुराल है। बुधवार को वह नाती को लेकर पथरेड़ी गया था। वहां से बकरा खरीदकर शाम को बाइक से घर लौट रहे थे। शाम करीब 6 बजे खिल्ली गांव के पास पहुंचे तो अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में नाना-नाती गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद आसपास के लोग एकत्र हो गए। पुलिस ने लोगों की मदद से दोनों को मोंठ सीएचसी भेजा। यहां उपचार के बाद दोनों को झांसी रेफर कर दिया गया। जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। वहीं बकरा की भी मौत हो गई। बचपन से ही नाना के घर रह रहे थे इतेश के छोटे भाई रवि अहिरवार ने बताया कि मेरी मां पनकू देवी अपने माता-पिता की इकलौती संतान थी। शादी के बाद से ही वह पिता के साथ अपने मायके पूंछ में रह रही थी। तीन भाइयों में इतेश दूसरे नंबर का था। उसके 14 साल का बेटा अहम और 9 साल की बेटी अवनी है। बेटे अहम के जन्म को लेकर धार्मिक स्थान पर बकरा पूजा बोली थी। इसलिए इतेश अपने नाना के साथ बकरा लेकर आ रहा था। इतेश और नाना की मौत के बाद घर में मातम का माहौल है। 8 माह पहले नानी हरकू की मौत हो गई थी। इतेश राजमिस्त्री का काम करता था।