मुजफ्फरपुर के कांटी थाने के हाजत में बंद एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। युवक हाजत के खिड़की से मफलर के सहारे लटका मिला। मृतक की पहचान शिवम कुमार के रूप में हुई है। जानकारी के मुताबिक, शिवम को पुलिस ने लूटकांड के एक मामले में गिरफ्तार किया था और हाजत में बंद कर दिया था। शिवम कलवारी चंद्रभान गांव का रहने वाला था। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है। फिलहाल थानाध्यक्ष सहित 3 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। इस मामले में बिहार सरकार के पूर्व मंत्री अजीत कुमार का कहना है कि पुलिस ने शिवम की हत्या की है। मर्डर के बाद शव को टांग दिया गया। युवक की मौत की खबर मिलते ही ग्रामीण आक्रोशित हो गए। वो थाने पर पहुंच हंगामा करने लगे और तोड़फोड़ भी किया। ग्रामीणों का आक्रोश देख सीनियर अधिकारियों को सूचना दी गई। मौके पर DSP के पहुंचने के बाद भी आक्रोशित शांत नहीं हुए। लोगों ने DSP को ही खदेड़ दिया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई के कारण शिवम की मौत हुई है, जबकि पुलिस का दावा है कि युवक ने हिरासत में आत्महत्या की है। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी होगी SSP मामले की गंभीरता को देखते हुए SSP सुशील कुमार भी कांटी थाना पहुंचे और जांच में जुट गए हैं। प्रशासन ने मामले में पारदर्शिता बरतने का आश्वासन दिया है। शव का पोस्टमार्टम मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में किया जाएगा और पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाएगी। फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (FSL) की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है। SSP ने कहा कि CCTV के आधार पर ऐसा लग रहा है कि उसने हाजत में फांसी लगाकर आत्महत्या की है। संतरी, कांस्टेबल और OD ऑफिसर ड्यूटी में थे। उनकी लापरवाही दिख रही है।थाना प्रभारी की भी लापरवाही है। इस पर कार्रवाई करते हुए थाना अध्यक्ष समेत संतरी और OD ऑफिसर को सस्पेंड कर दिया गया है। घटना की FSL जांच और वीडियोग्राफी की जाएगी। मौके पर एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट को तैनात किया गया है। मामले की ज्यूडिशल इंक्वारी की भी रिक्वेस्ट भेजी गई है। तीन सदस्य मेडिकल टीम की गठन कर वीडियोग्राफी के माध्यम से पोस्टमार्टम की जाएगी। मां से कहा था- रात में पुलिसकर्मियों ने पिटाई की आनंद कुमार उर्फ़ शिवम झा की मां रिंकू देवी ने थाने में आवेदन देकर थाना अध्यक्ष सुधाकर पांडेय समेत कई पुलिस अधिकारी पर हत्या का आरोप लगाया है। मां का कहना है कि 3 फरवरी की रात 10:30 बजे थाना अध्यक्ष सुधाकर पांडेय दल-बल के साथ उनके बेटे को घर से उठाकर थाने ले आए थे। 4 तारीख को 10 बजे थाने पर हमलोग मिलने पहुंचे थे। जब हम लोग थाना पहुंचे तो बेटा हाजत में बैठा हुआ था। उसने बताया कि मम्मी कल रात बड़ा बाबू सहित अन्य पुलिसकर्मी मुझे बुरी तरह पीटे थे। मैंने थाना प्रभारी से शिकायत की तो उन्होंने डांट कर भगा दिया। 5 फरवरी को मैं कुछ लोगों के साथ थाने पहुंची तो फिर से मुझे दरोगा SK सिंह के द्वारा बेइज्जत कर भगा दिया गया। इसके बाद शाम में मेरे बेटे को कोर्ट ले जाया गया और फिर वापस लाकर हाजत में बंद कर दिया। आज सुबह हम लोगों को सूचना मिली की बेटे की मौत हो गई।