मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि एमपी को जल्द ही 9वां टाइगर रिजर्व मिलने वाला है। केंद्र सरकार की स्वीकृति के बाद नए टाइगर रिजर्व की अधिसूचना कभी भी जारी हो सकती है। इसके लिए औपचारिकताएं पूरी करने की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। उन्होंने कहा कि नए टाइगर रिजर्व के बाद चंबल अंचल में भी वन्यजीवों की समृद्धि बढ़ेगी। इसके बाद देश भर में सबसे अधिक टाइगर रिजर्व वाले राज्यों की कैटेगरी में शामिल एमपी में एक और टाइगर रिजर्व बढ़ जाएगा। बुधवार को श्योपुर जिले के कूनो अभयारण्य से चीतों को खुले जंगल में छोड़ने के बाद सीएम यादव ने आज कहा कि वन्यजीव संरक्षण में मध्यप्रदेश नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। माधव टाइगर अभयारण्य जल्द ही राज्य का 9वां टाइगर रिजर्व बनेगा। इससे चंबल अंचल में वन्यजीवों की समृद्धि बढ़ेगी। कूनो नेशनल पार्क से अभी तक 7 चीतों को जंगल में स्वछंद विचरण के लिये छोड़ा गया है। कूनो में वीरा के 2 नए शावकों को मिलाकर कुल 26 चीते हो गये हैं। इन चीतों की मॉनिटरिंग के लिये 2 दल गठित किए गए हैं। कल कूनो में 5 और चीते छोड़े गए हैं। यह गर्व की बात है कि पहले छोड़े गए चीते न केवल शिकार कर रहे हैं, बल्कि कुशलता से जंगल में विचरण कर रहे हैं। प्रकृति और संतुलन की यह अनमोल झलक हमारे प्रदेश में दिख रही है। उन्होंने कहा कि राज्य को नया टाइगर अभयारण्य मिलने वाला है। माधव टाइगर रिजर्व की काफी हद तक औपचारिकता पूरी कर ली गई हैं। कल पालपुर कूनो में चीते छोड़े गए हैं। अब तक पांच चीते छोड़े जा चुके हैं। चीतों में परिवार परम्परा है। नर चीते साथ रहे थे। दो मादा और तीन नर चीते एमपी की आबोहवा में खुद को ढाल रहे हैं। चीतों को छोड़ने के बाद यह कहा था सीएम मोहन यादव ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कल चीतों को छोड़ने के बाद कहा था कि कभी एशिया महाद्वीप से विलुप्त हो चुके चीते आज मध्यप्रदेश की पावन धरा पर रफ्तार भर रहे हैं और अपना कुनबा भी बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि “जीव चराचर जंतु समाना’’ की भावना वाले मध्यप्रदेश की धरा अद्भुत है, जो वन्य-जीवों की आश्रय-स्थली बन गई और कई विलुप्तप्राय वन्य-प्राणियों की अठखेलियों का आंगन है। सीएम यादव ने एक्स पर ट्वीट कर लिखा कि पालपुर-कूनो नेशनल पार्क में मादा चीता ‘आशा’ और हाल ही में शावकों को जन्म देने वाली मादा चीता ‘वीरा’ के 3 शावकों को बड़े बाड़े से खुले जंगल में छोड़ा गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि चीतों की पुनर्स्थापना से कूनो की पर्यटन के क्षेत्र में विशिष्ट पहचान बनेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहले 2 चीते खुले जंगल में छोड़े थे जिससे वन्य जीवन में चीतों की पुन: बसाहट हुई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि आज 5 चीतों को जंगल में छोड़ने का अवसर मिला है। मैं प्रदेशवासियों को इसकी बधाई देता हूं।