मुकुल अग्रवाल ने मथुरा रिफाइनरी के नए कार्यकारी निदेशक व रिफाइनरी प्रमुख का कार्यभार ग्रहण कर लिया है .जी.बी. पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, नैनीताल से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त मुकुल अग्रवाल ने वर्ष 1993 में इंडियन ऑयल की मथुरा रिफाइनरी में ग्रेजुएट इंजीनियर ट्रेनी के रूप में अपने कार्यकाल की शुरुआत की थी। कैप्टिव थर्मल पावर प्लांट के विशेषज्ञ है मुकुल अग्रवाल
तेल एवं गैस उद्योग में तीन दशकों से अधिक के अनुभव के साथ, उन्होंने संचालन, रिफाइनिंग, तकनीकी उन्नयन, प्रक्रिया नवाचार और परियोजना प्रबंधन के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह रिफाइनरियों में संचालित कैप्टिव थर्मल पावर प्लांट के विशेषज्ञ भी हैं। मुकुल अग्रवाल को मथुरा, गुजरात और पानीपत रिफाइनरियों में काम करने का अनुभव है। मथुरा रिफाइनरी में 2009 तक के कार्यकाल के दौरान उनके योगदानों में रिफाइनरी की क्षमता 6 एम.एम.टी.पी.ए से बढ़ाकर 8 एम.एम.टी.पी.ए करना और पावर प्लांट, डी.एच.डी.एस, डी.एच.डी.टी, गैस टर्बाइन और ए.वी.यू के पुनरुद्धार सहित विभिन्न इकाइयों की कमीशनिंग शामिल है। गुजरात रिफाइनरी में 2009 से 2020 तक अपने कार्यकाल के दौरान मुकुल अग्रवाल ने रेजिड अपग्रेडेशन प्रोजेक्ट का नेतृत्व किया। नए गैस टर्बाइन चालू किए और विश्वसनीयता बढ़ाने वाली परियोजनाओं का हिस्सा रहे। मथुरा रिफाइनरी के कार्यकारी निदेशक और रिफाइनरी प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने से पहले मुकुल अग्रवाल पानीपत रिफाइनरी में मुख्य महाप्रबंधक (पी.एंड.यू और इंस्ट्रूमेंटेशन) की जिम्मेदारियां संभाल रहे थे और बीएस VI यूनिटों की कमीशनिंग की मेगा परियोजना का हिस्सा थे। अजय कुमार तिवारी के स्थान पर मुकुल अग्रवाल ने संभाली जिम्मेदारी
मुकुल अग्रवाल ने कोविड के समय के दौरान ऑक्सीजन की आपूर्ति, 2जी-3जी इथेनॉल परियोजना और पी 25 क्षमता विस्तार परियोजना के लिए अपनी विशेषज्ञता दी। इलेक्ट्रिकल क्षेत्र के महारथी मुकुल अग्रवाल ने गुजरात और पानीपत दोनों रिफाइनरियों में 220 केवी ग्रिड पावर परियोजनाओं का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया हैl मुकुल अग्रवाल अपनी अत्याधुनिक तकनीकी दक्षता, विद्युत विश्वसनीयता टास्क फोर्स गठन एवं अनुपालन तथा संपूर्ण परियोजना प्रबंधन के लिए जाने जाते हैं। निगम के लक्ष्यों पर ध्यान देने वाले जन प्रिय व्यक्तित्व के मालिक, वे एक सच्चे प्रेरक हैं तथा अपनी टीम की ताकत हैं।
मुकुल अग्रवाल ने अजय कुमार तिवारी का स्थान लिया है। जिन्हें कार्यकारी निदेशक (अन्वेषण एवं योजना), बिजनेस डेवल्पमेंट, कॉर्पोरेट कार्यालय, दिल्ली के पद पर स्थानांतरित किया गया है।
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