मुजफ्फरपुर में कांटी थाने की लॉकअप में एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक की पहचान आनंद कुमार उर्फ शिवम झा के रूप में हुई है, जिसे पुलिस ने 3 फरवरी को चोरी के एक मामले में गिरफ्तार किया था। घटना की गंभीरता को देखते हुए मानवाधिकार अधिवक्ता SK झा ने राष्ट्रीय और राज्य मानवाधिकार आयोग में अलग-अलग याचिकाएं दायर की है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई के कारण शिवम की मौत हुई। मृतक का शव थाने की खिड़की से लटका मिला, जिसके गले में मफलर था और पैर जमीन को छू रहे थे। SP ने तीन पुलिसकर्मियों को किया था निलंबित मामले की गंभीरता को देखते हुए मुजफ्फरपुर के एसपी ने थाना अध्यक्ष समेत तीन पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। प्रशासन ने पारदर्शिता बनाए रखने के लिए एफएसएल टीम की मौजूदगी में वीडियोग्राफी के साथ पोस्टमार्टम कराया है। साथ ही, जिला मजिस्ट्रेट से मामले की जांच के लिए विशेष टीम गठित करने की मांग की गई है। मानवाधिकार अधिवक्ता ने मांग की है कि एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की निगरानी में मामले की जांच होनी चाहिए। उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने और उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। विशेष रूप से यह भी सवाल उठाया गया है कि गिरफ्तारी के 24 घंटे के भीतर आरोपी को कोर्ट में पेश नहीं किया गया, जो नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है।
![](https://drishyamindia.com/wp-content/uploads/2025/02/ladscape55_1738917479-zbOlL0-300x225.gif)