लखनऊ में साइबर ठगों ने एक वन विभाग कर्मी के बेटे को गेमिंग एप डाउन लोड कराकर लाखों रुपए ठग लिए। वहीं दूसरी तरफ निवेश और वर्कफ्राम होम के तीन लोगों को ठगी का शिकार बनाया। साइबर थाना पुलिस एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। गेम खेलते वक्त कटे पांच सौ, वापसी के चक्कर में 6.50 लाख
इंदिरानगर निवासी वन विभाग कर्मी धर्मवीर सिंह ने पुलिस को बताया कि उनके बेटे से ड्रीम 11 एप का लिंक साइबर ठगों ने भेजा था।
बेटे से गेम खेलने के दौरान उसके खाते से पांच सौ रुपए कट गए । इसको लेकर कस्टमर केयर नंबर पर बात की। फोन पर बात करने वाले ने वाट्सएप पर एक लिंक भेजा।
जिसे खोलते ही आईओबी बैंक के खाते से दो बार में एक लाख रुपए कट गए। जिसके बाद चेन्नई स्थित आईओबी बैंक के हेड ऑफिस में संपर्क किया, लेकिन सही से बात नहीं हो सकी।
कुछ देर बाद एक कॉल आती है और फोन करने वाला खुद को बैंक कर्मी बताते हुए पूरी जानकारी लेता है।
जिसके बाद 5.47 लाख रुपए और कट जाते हैं। जिससे साफ है कि इस पूरी साइबर ठगी में बैंक से लेकर गैमिंग एप वाले मिले हुए हैं। निवेश के नाम पर 46 लाख की ठगी
गुडंबा निवासी राजकुमार ने पुलिस को बताया कि उनके पास एक अनजान नंबर से मैसेज आया था। उसके बाद एसएमसी ग्लोबल सिक्योरिटी ग्रुप से जोड़ा गया।
एडमिन ने उन्हें निवेश करने के टिप्स दिए और शेयर मार्केट में पैसा लगाने पर भारी मुनाफा देने को कहा। उनकी बातों में आकर पैसा लगाने को तैयार हो गया।
उसके बाद उन्होंने http://bpspqn.ciabse.com/giotwR लिंक भेजा। जिससे एसएमसी एप डाउनलोड किया। अकाउंट बनने पर 46 लाख रुपए निवेश किए।
जब आईपीओ बेचकर रकम निकालनी चाही तो उनसे कमीशन और टैक्स के नाम पर और पैसे जमा करने को कहा गया। इंकार करने पर खाता और नंबर ब्लाक कर दिया गया। वर्कफ्राम होम के नाम पर ठगी
वजीरगंज निवासी सिमरन परवीन से साइबर ठगों वर्कफ्राम होम के नाम पर1.60 लाख रुपए ठग लिए। साइबर ठग ने कहा था कि घर बैठे पैसे कमाने हो तो प्रोडक्ट को लाइक करना होगा। उसके बाद अपनी बातों में फंसाकर पैसे निवेश करा लिए। इसी तरह आशियाना की कीर्ति शुक्ला से 62 हजार ठग लिए।