भोजपुर जिले के धोबहां थाना क्षेत्र के मनी राय के टोला के समीप संदेहास्पद परिस्थिति में हुई दोहरे हत्याकांड में वांछित बालू माफिया धीरज पांडेय की मौत के मामले में प्राथमिकी करा दी गई है। मृतक के चचेरे भाई सुरज कांत पांडेय के बयान पर हुई प्राथमिकी में कोईलवर के राजापुर पचरूखिया निवासी गुड्डू राय, कामख्या राय, पचरूखिया निवासी विक्रमा राय, नारायणपुर निवासी सोनू राय, मानाचक निवासी सुरज राय, विकास राय, पचरूखिया निवासी रितेश राय, चांदी थाना के रामपुर निवासी नीरज कुमार सिंह छपरा के चकिया, डोरीगंज निवासी अमलेश राय, शैलेश राय तथा बड़हरा के मनी छपरा निवासी भीम कुमार समेत 11 को नामजद आरोपित किया गया है। राॅड से किया था हमला मारपीट कर हत्या किए जाने का आरोप लगाया गया है। मृतक के चचेरे भाई ने कहा है कि 20 फरवरी को उनके चचेरे भाई धीरज पांडेय अपने फुफा के घर कृष्णागढ़ थाना के पिपरपांती गांव से फेफुरे भाई मिकु पांडेय के साथ बाइक से आ रहे थे। तभी मनी राय के टोला के समीप एक बाइक पर सवार गुड्डू राय ने गाड़ी रोकने के लिए बोलते हुए राॅड से हमला कर दिया। सिर पर चोट लगने से उनके चचेरे भाई धीरज एवं मिकु दोनों गिर पड़े। इसके बाद एक चार पहिया वाहन से आए अन्य नामजद आरोपितों ने बेरहमी पूर्वक मारपीट कर उनके चचेरे भाई की हत्या कर दी। आरोप है कि आरोपित उस समय तक मारपीट करते रहे, जब तक कि उनके भाई की मौत नहीं हो गई। धोबहा थाना प्रभारी वर्षा रानी ने बताया कि फर्दबयान के आधार पर हत्या अधिनियम के तहत केस कर जांच की जा रही है। बता दे कि 1 मई वर्ष 2024 में कोईलवर थाना क्षेत्र के कमालू चक गदहिया बालू घाट पर सत्येंद्र पांडेय एवं गुड्डू राय गिरोह के बीच रंगदारी व वर्चस्व को लेकर गोलीबारी हुई थी। उसी गोलीबारी के दौरान सारण जिला के डोरीगंज थाना क्षेत्र के चकिया गांव निवासी ठेंगी महतो के पुत्र विकाश महतो एवं उसी गांव के निवासी तुलसी राय के पुत्र सुदर्शन राय की गोली लगने से मौत हो गई थी। जिसके बाद मृतक विकाश महतो के पिता ठेंगी महतो के बयान पर सत्येंद्र पांडेय,उसके पुत्र नीरज पांडेय एवं गुड्डू राय एवं अन्य अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। उसी दोहरे हत्याकांड में मृतक धीरज पांडेय अप्राथमिकी अभियुक्त था एवं उसी समय से वांछित चल रहा था।
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