लखनऊ में भारतीय मूलनिवासी संयुक्त मोर्चा ने दलित उत्पीड़न के खिलाफ पैदल मार्च निकाला। मोर्चा ने सेक्टर 19 पासी चौराहा से डीसीपी दक्षिणी कार्यालय तक मार्च किया। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित 6 सूत्रीय मांग पत्र एसीपी को सौंपा। मोर्चा के अध्यक्ष रमाशंकर भीम एडवोकेट ने पुलिस व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में दरोगा राज चल रहा है। अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम में राजपत्रित अधिकारी द्वारा जांच का प्रावधान है। लेकिन दरोगा स्तर के अधिकारी खुद जांच कर रहे हैं। उन्होंने थाना पीजीआई में दर्ज मुकदमा संख्या 782/24 का उदाहरण दिया। इस मामले में पीड़ित पासी जाति से हैं और आरोपी गैर-अनुसूचित जाति के हैं। राष्ट्रीय पासी महासंघ के अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद रावत ने जाति प्रमाण पत्र की समस्या उठाई। उन्होंने कहा कि आवेदन के लिए परिवार के किसी सदस्य के पूर्व जाति प्रमाण पत्र की अनिवार्यता गलत है। इसे समाप्त कर जांच के आधार पर प्रमाण पत्र जारी किया जाना चाहिए। प्रदर्शन में अम्बरीश कुमार एडवोकेट, दिलीप कुमार, बुद्धि लाल, गरिमा भीम एडवोकेट समेत सैकड़ों लोग शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए।
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