नवादा के नवसृजित विद्यालय अकौना में नूतन उद्यय फाउंडेशन ने शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विशेष अभियान चलाया। फाउंडेशन की संचालिका प्रगति श्रीवास्तव की देखरेख में बच्चों को बिस्किट, कॉपी और पेन बांटे गए। कार्यक्रम में बच्चों को शिक्षा के महत्व की जानकारी दी गई। प्रगति श्रीवास्तव ने अभिभावकों को बताया कि बच्चे के स्कूल आने से ही उसकी वास्तविक शिक्षा शुरू होती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा में बेटा-बेटी का भेदभाव नहीं होना चाहिए। मोबाइल के दुष्प्रभाव पर जताई चिंता संगठन की सचिव संध्या सिंह ने मोबाइल के दुष्प्रभाव पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि छोटी उम्र में मोबाइल का अधिक प्रयोग बच्चों की आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि पहले बच्चों को अच्छी शिक्षा दें, फिर आधुनिक साधनों का प्रयोग करने दें। फाउंडेशन का मानना है कि गांव के बच्चे अच्छी शिक्षा पाकर बड़े अधिकारी बन सकते हैं। इस अभियान में प्रगति श्रीवास्तव, नूतन बिहारी, राखी बरनवाल, रेशम सिन्हा का विशेष योगदान रहा। संगीता बरनवाल, माधुरी बरनवाल, पुनीता बरनवाल, ममता देवी, डॉ कुमारी आशा और सुषमा सोनी समेत कई सदस्यों ने भी सक्रिय भूमिका निभाई।
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