Drishyamindia

शामगढ़ फर्जी कॉल सेंटर का मामला:केवट के पास हजारों लोगों के डीमैट अकाउंट का डाटा

Advertisement

मुंबई के निकले फर्जी अकाउंट नंबर, केवट ने युवतियों को झांसा देने की कला सिखाई मंदसौर के शामगढ़ में पकड़ाए फर्जी कॉल सेंटर मामले में शुक्रवार को महाराष्ट्र का कनेक्शन सामने आया। राज्य साइबर पुलिस मुख्यालय को गिरफ्तार 21 आरोपियों की चैट में जो म्यूल अकाउंट नंबर (फर्जी खाते) मिले, उनमें से अधिकांश मुंबई के निकले।
मास्टर माइंड कुशल केवट के पास हजारों लोगों के डीमैट अकाउंट का डाटा था। वो ही कॉल सेंटर के जरिए इनका उपयोग कराता था। केवट के सहयोगी मनीष मीणा ने बताया कि युवतियों को जाॅब के दौरान लुभाने की कला भी सिखाते थे। फर्जी कॉल सेंटर पर कक्षा 12वीं, कॉलेज स्टूडेंट को प्राथमिकता देकर ट्रेनिंग में स्क्रिप्ट लिखकर दी जाती थी, जो फोन पर शब्दश: उपयोग होती थी। आरोपी एंड्राइड में जो सिम लगाते थे, कस्टमर केयर फॉर्म के जरिए जांच टीम उसकी तह तक पहुंचेगी। कस्टमर एप्लीकेशन फॉर्म इसमें अहम कड़ी रहेगी। इधर, शुक्रवार को साइबर टीम ने डीएसपी लीना मरोठ के नेतृत्व में आरोपियों को इंदौर कोर्ट में पेश किया। गिरफ्तार 4 युवकों का एक दिन के लिए रिमांड मिला। वहीं युवतियों का रिमांड नहीं मिल सका। अब विवेचना टीम दोबारा से युवतियों का भी रिमांड मांगेगी। निवेशकों को लगता था कि प्रतिदिन मुनाफा हो रहा है शेयर ट्रेडिंग का फर्जी खेल ‘डायमंड रिसर्च कंपनी’ के नाम से चलता था। राज्य साइबर टीम ने उक्त रजिस्ट्रेशन वाले डोमिन पर मेल कर आवश्यक डिटेल मांगा है। वेबसाइट कंट्रोल करना आरोपियों के हाथ में था। निवेशकों को लगता था कि प्रतिदिन मुनाफा हो रहा है। शेयर लगातार चढ़ते दिखते। जब वे रुपए निकालना चाहते तो केवट की टीम के पास क्यूरी आती तो संबंधितों के नंबर ब्लॉक कर देते। उपयोग नंबर वाली सिम ही तोड़ देते थे। जानिए… क्या होता है म्यूल अकाउंट म्यूल अकाउंट ऐसे बैंक खाते हैं जो गैरकानूनी गतिविधियों से पैसा हासिल और अवैध ट्रांजेक्शन के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। देश में ये अकाउंट अक्सर ऐसे लोग खोलते हैं। जो कुछ पैसे, कमीशन या शुल्क लेकर दूसरों को अपने खाते के जरिए पैसों का ट्रांजेक्शन करने की सुविधा देते हैं। कई मौकों पर ये मामले उजागर भी हुए हैं। साइबर स्टेट टीम के समक्ष ताजा केस में भी यही स्थिति सामने आई। बैंकों से भी डिटेल मांगी है: डीआईजी डीआईजी, साइबर पुलिस भोपाल मो. यूसुफ कुरैशी ने बताया कि आरोपियों ने म्यूल अकाउंट से राशि किन खातों में पहुंचाई, इसकी जांच में कुछ समय लगेगा। बैंकों से भी डिटेल मांगी है। आरोपियों ने कई सिमें भी नष्ट की हैं। कंवला का कुशल केवट मास्टर माइंड हैं। उसके सहयोगी मनीष मीणा ने जो खुलासे किए हैं उस पर भी काम किया जा रहा है। वहीं एसपी मंदसौर अभिषेक आनंद ने बताया कि आरोपी कुशल केवट की तलाश में टीमें लगाई हैं। आमजन को भी ऐसे मामलों से सतर्क रहने की जरूरत है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

यह भी पढ़े