एटा के राजा का रामपुर क्षेत्र स्थित लुहारी गवी गांव में उप डाकघर में लगभग 1 करोड़ रुपये के गबन की खबर से हड़कंप मच गया है। डाकघर के खाताधारक अपना पैसा निकालने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। दर्जनों खाताधारकों का आरोप है कि उनके द्वारा जमा की गई पूरी राशि गायब हो गई है। इसमें कई ग्रामीणों की बहन की शादी और इलाज के लिए जमा की गई राशि भी शामिल है। गबन की जांच में सामने आए चौंकाने वाले तथ्य डाकघर में लाखों रुपये जमा करने वाले 50 से ज्यादा खाताधारकों की रकम डाकघर के ब्रांच पोस्टमास्टर रामखिलाड़ी और बाबू आलोक द्वारा गबन की गई है। एक ग्रामीण गफ्फार ने बताया कि उन्होंने अपनी भतीजी की शादी के लिए 380440 रुपये जमा किए थे, लेकिन जब वह रकम निकालने पहुंचे तो खाते में महज 285 रुपये थे। इसी तरह, चंदा बेगम ने अपनी बेटी की शादी के लिए 55928 रुपये जमा किए थे, लेकिन खाता ही गलत था और रुपए गायब थे। गांव में रो-रो कर बेहाल परिजन हादसे से प्रभावित खाताधारकों में से कई ने अपने जीवन की पाई-पाई जमा की थी। कुछ खाताधारकों के पास सुकन्या समृद्धि योजना के तहत भी पैसे थे, जिन्हें अब तक पासबुक नहीं मिली थी। रामवीर के परिवार ने पांच खाते खुलवाए थे, लेकिन अब खाते में बहुत कम राशि बची है। सभी खाताधारक अब तक अपना पैसा वापस पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। पोस्टमास्टर पर कार्रवाई, पर परिजनों की हालत बद से बदतर डाक विभाग ने जांच शुरू करते हुए पोस्टमास्टर रामखिलाड़ी को निलंबित कर दिया है, लेकिन प्रभावित परिवारों की हालत बेहद गंभीर हो गई है। शादियों के लिए जो पैसे जमा किए गए थे, वे अब पूरी तरह से गायब हैं, और इलाज के लिए भी जमा की गई रकम का कोई हिसाब नहीं है। गांव में शोक का माहौल, डाकघर पर उठ रहे सवाल लुहारी गवी गांव में इस गबन के बाद से शोक का माहौल है। खाताधारक अब भी अपना पैसा वापस पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, और डाकघर के कर्मचारियों पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। अब तक कई ग्रामीणों ने डाकघर के खिलाफ शिकायत की है, और उम्मीद जताई है कि जल्द ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।