मुरैना में पुलिस आरक्षक की भर्ती के दौरान मंगलवार को पकड़े गए दो फर्जी अभ्यर्थियों ने नया खुलासा किया है। आरोपियों ने बताया कि इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड मनीष शर्मा नाम का व्यक्ति हैं, जिसने उनके खाते में रुपए डाले थे। वहीं, दूसरा आरोपी संतोष शर्मा है, जिसने फर्जी कागजात तैयार कराए थे। इस पूरे षडयंत्र की शुरुआत सबलगढ़ से हुई है। मुरैना में पुलिस आरक्षक की भर्ती के दौरान मंगलवार को दो फर्जी अभ्यर्थी पकड़े गए थे। भर्ती करने वाले स्टाफ ने मलखान उर्फ रिंकू जाट और दुर्गेश जाटव को पकड़ा था। दोनों के खिलाफ मंगलवार की शाम रिपोर्ट दर्ज की गई थी। दूसरे अभ्यर्थी की जगह मेडिकल दे रहा था मुरैना जिले में आरक्षक भर्ती चल रही है। यह भर्ती प्रक्रिया SAF की मुरैना स्थित पांचवी बटालियन में चल रही है। इस भर्ती में बीते दिन चयनित अभ्यर्थियों का मेडिकल चल रहा था। भर्ती के दौरान मथुरा के रहने वाले मलखान को पकड़ गया। वह दूसरे अभ्यर्थी की जगह मेडिकल देने आया हुआ था। जब उसके कागजात जांचे तो उसका आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज फर्जी पाए गए। इसके साथ ही मुरैना के चिन्नौनी क्षेत्र का रहने वाला दुर्गेश जाटव को भी पकड़ा गया। दोनों से जब गहराई से पूछताछ की गई तो मलखान जाट ने बताया कि उसके खाते में मनीष शर्मा ने रुपए डाले थे कि वह दूसरे की जगह मेडीकल देकर आ जाए। वहीं, सबलगढ़ निवासी संतोष शर्मा ने फर्जी आधार कार्ड और अन्य कागजात बनाए थे। पुलिस ने दोनों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया और अब मनीष शर्मा और संतोष शर्मा की खोज जारी है। बड़ा रैकेट होने की आशंका इस पूरे मामले में एक बड़े रैकेट के सामने आने की बात कही जा रही है। इस रैकेट ने सेटिंग बैठालकर पहले परीक्षा में पास कराया और उसके बाद मेडीकल में पास कराने की कोशिश की जा रही थी। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में मनीष शर्मा को मास्टरमाइंड बताया है जिसने यह पूरा खेल रचा है। आरोपियों की खोज के लिए पुलिस टीम रवाना एसपी समीर सौरभ ने कहा कि एक व्यक्ति को पकड़ा है, जो दूसरे की जगह परीक्षा देने आया था। इसके अलावा दो अन्य व्यक्तियों को भी पकड़ा है। उनसे SIT की टीम पूछताछ कर रही है। अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस पार्टियां रवाना कर दी गई हैं। जल्द ही अन्य आरोपी भी सामने आ जाएंगे।