अशोकनगर के भाजपा जिला मीडिया प्रभारी डॉ. हरवीर सिंह रघुवंशी को आरोपियों ने डिजिटल अरेस्ट के जाल में फंसा लिया। बदमाश उनसे लगातार दो से ढाई घंटे तक वीडियो कॉल के माध्यम से बात करते रहे। काफी देर तक बात करने के बाद जब परिवार के लोगों को समझ आया तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस के समय पर पहुंचने की वजह से वे ठगी शिकार होने से बच गए। ठग बोले- आपकी सिम से फ्रॉड हो रहे, मुंबई में 17 शिकायत दर्ज भाजपा जिला मीडिया प्रभारी डॉक्टर हरवीर रघुवंशी ने बताया कि मंगलवार को मेरे अज्ञात नंबर से कॉल आ रहा था। इसके बाद बुधवार दोपहर को दोबारा काॅल आने पर उन्होंने उसे रिसीव कर लिया। शुरुआत में वाइस कॉल आई थी, इसके बाद में वीडियो कॉल आई। फोन पर सामने वाले व्यक्ति ने कहा कि आपका नाम से जो सिम है, इससे काफी फ्रॉड किया जा रहा है। कई लोगों से ठगी हुई है, जिसकी महाराष्ट्र के मुंबई में 17 शिकायत आई हैं। ठगों ने अक्टूबर महीने में यह रिपोर्ट दर्ज होने की बात कही। डॉ. रघुवंशी ने बताया कि उस समय ठग की बात सुनकर वह डर गए। उन्हें लगा कि किसी ने उनके नाम से फर्जी सिम खरीद कर यह फ्रॉड किया है। इसी दौरान ठगों में उन्हें बातों के जाल में फंसाया और कहा कि वह इस मामले में अधिकारियों से बात करते हैं। बैंक अकाउंट नंबर लेकर की रुपयों की मांग साथ ही यह भी कहा कि आप काॅल पर जुड़े रहें। धीरे-धीरे करके उन्हें अपने बातों में फंसाकर आधार कार्ड और बैंक अकाउंट नंबर ले लिया। इस दौरान लगभग दो से ढाई घंटे का समय बीत गया। आरोपी डॉ. रघुवंशी से ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर करने की मांग करने लगे। पुलिस को देखकर ठगों ने काटा फोन इसके बाद जब काफी देर तक वह कमरे से बाहर नहीं निकले तो परिजन को शक हुआ। इस दौरान उन्होंने दरवाजा खोलने से भी मना कर दिया। इसके बाद परिजन समझ गए और उन्होंने तुरंत कोतवाली पुलिस को इसकी जानकारी दी। इसके बाद थाने से टीम मौके पर पहुंची और पुलिस ने दरवाजा खुलवाया। इसके बाद पुलिस को सामने देखकर ठगों ने फोन काट दिया। डॉ. हरवीर रघुवंशी ने बताया कि उन्होंने ठग को अपनी चार-पांच बैंकों के नंबर दे दिए थे। बाद में बैंकों में जाकर मोबाइल नंबर भी चेंज करवा दिए हैं।