कोशी प्रमंडल के सहरसा में प्रमंडलीय कमिश्नर दिनेश कुमार की अध्यक्षता में नए वोटरों के नाम जोड़ने को लेकर बैठक आयोजित की गई। इसमें सहरसा जिलाधिकारी वैभव चौधरी, विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि, सहरसा विधायक डॉ. आलोक रंजन और अन्य अधिकारी शामिल हुए। बैठक का मुख्य उद्देश्य ट्रांसजेंडर, महिलाएं, दिव्यांग और छूटे हुए पात्र नागरिकों को मतदाता सूची में शामिल करना था, ताकि वे अपने मताधिकार का उपयोग कर सकें। सत्यापन के बाद नाम जोड़ने की मांग बीजेपी जिलाध्यक्ष दिवाकर सिंह ने बैठक में सहरसा और सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा क्षेत्रों में नए वोटरों की आड़ में रोहिंग्या और बांग्लादेशी नागरिकों के सक्रिय होने का मुद्दा उठाया। उन्होंने सत्यापन के बाद ही नए वोटरों के नाम जोड़ने की मांग की। इस पर कमिश्नर ने अधीनस्थ अधिकारियों को सत्यापन के बाद ही नाम जोड़ने का निर्देश दिया। पुराने नामों का होगा संशोधन सहरसा विधायक डॉ. आलोक रंजन ने कहा कि निर्वाचन आयोग समय-समय पर नए वोटरों को जोड़ने और पुराने नामों के संशोधन के प्रयास करता है। बैठक में सभी राजनीतिक दलों ने ज्यादा से ज्यादा दिव्यांग, ट्रांसजेंडर, महिलाओं और नए युवक-युवतियों के नाम सूची में जोड़ने की आवश्यकता पर जोर दिया। कमिश्नर ने निर्देश दिया कि 23 और 24 नवंबर को सभी बीएलओ अपने मतदान केंद्रों पर रहकर नए वोटरों के नाम जोड़ने की प्रक्रिया सुनिश्चित करें, ताकि कोई भी योग्य मतदाता अधिकार से वंचित न हो।