राज्यसभा में अंबेडकर पर टिप्पणी के बाद पुतला फूंकने के मामले में कानपुर पुलिस ने देर रात एक के बाद एक ताबड़तोड़ तीन एफआईआर दर्ज की है। गृहमंत्री अमित शाह का पुतला फूंकने वाले अधिवक्ताओं, सपा नेताओं और सीएसए के छात्रों पर देर रात अलग-अलग थानों में 40 से ज्यादा लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने खुद अपनी ओर से तहरीर देकर एफआईआर दर्ज कराई है। एफआईआर-1 अंबेडकर की तस्वीर कुचलने पर सपाइयों पर FIR अंबेडर को लेकर गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी के विरोध में समाजवादी पार्टी के नेता डीएम को ज्ञापन सौंपने के साथ ही कलेक्ट्रेट परिसर में विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। आरोप है कि इस दौरान सपाइयों ने बाबा अंबेडकर की तस्वीर को पैर से कुचल दिया। इस पर कोतवाली पुलिस ने समाजवादी युवजन सभा के नगर अध्यक्ष अर्पित त्रिवेदी, मुलायम सिंह यादव यूथ ब्रिगेड के नगर अध्यक्ष शादाब आलम, समाजवादी लोहिया वाहिनी नगर अध्यक्ष दीपक खोटे समेत 20 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर–2 CSA के छात्रों पर भी अमित शाह का पुतला फूंकने पर FIR सीएसए कृषि विश्वविद्यालय में एनएसयूआई मध्य उत्तर प्रदेश के छात्र नेता सौरभ के नेतृत्व में कर्पूरी छात्रावास के बाहर गृहमंत्री का पुतला फूंका गया। विरोध करते हुए छात्रों ने कहा कि जय भीम हमारी पहचान है। गृहमंत्री को अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए। डॉ. भीमराव अंबेडकर पर टिप्पणी को लेकर हॉस्टल में देर रात तक विरोध प्रदर्शन और हंगामा के साथ पुतला दहन किया गया। इसके बाद सीएसए चौकी इंचार्ज ने नवाबगंज थाने में 15-20 छात्रों पर मुकदमा दर्ज किया है। इंस्पेक्टर नवाबगंज ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। सीसीटीवी फुटेज से छात्रों को खंगाला जाएगा। एफआईआर-3 कचहरी में पुतला दहन करने वाले अधिवक्ताओं पर FIR टिप्पणी पर अधिवक्ता कचहरी में घूम-घमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। अधिवक्ताओं ने कोतवाली पुलिस को चकमा देकर कचहरी परिसर में मस्जिद के पास पुतला फूंक दिया। जिस पर पुलिस ने कोतवाली थाने में राहुल कनौजिया, रोहित सोनकर, बुद्ध चंद्र, सागर यादव, बीएन पाल, वीरेंद्र प्रताप और आरके यादव समेत सात अन्य साथी अधिवक्ताओं पर मुकदमा दर्ज किया है।